वैश्विक इंजीनियरिंग और उत्पाद विकास डिजिटल सेवा कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष (2024-25) की अप्रैल-जून तिमाही में 15.4 प्रतिशत की गिरावट के साथ 162.03 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी ने गुरुवार को बताया कि शुद्ध लाभ में यह गिरावट अधिक खर्चों के कारण आई है।
बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 191.53 करोड़ रुपये था। टाटा टेक्नोलॉजीज ने स्टॉक एक्सचेंज को दी सूचना में कहा कि जून तिमाही में उसकी एकीकृत परिचालन आमदनी 1,268.97 करोड़ रुपये रही है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,257.53 करोड़ रुपये थी।
कंपनी ने कहा कि उसका कुल खर्च जून तिमाही में बढ़कर 1,072.33 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,035.42 करोड़ रुपये था। टाटा टेक्नोलॉजीज के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक वारेन हैरिस ने कहा, ‘समूचे बाजार की स्थिति अनुकूल बनी हुई है क्योंकि विनिर्माण क्षेत्र सॉफ्टवेयर-परिभाषित उत्पादों और सेवाओं, और स्मार्ट विनिर्माण में हो रहे निवेश के माध्यम से खुद को भविष्य के लिए तैयार कर रहा है।’ उन्होंने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि चालू तिमाही से उसके सेवा कारोबार की क्रमिक राजस्व वृद्धि में तेजी आएगी।
टाटा कम्युनिकेशंस का लाभ 13% घटा
टाटा कम्युनिकेशंस के शुद्ध लाभ में चालू वित्त वर्ष (2024-25) की अप्रैल-जून तिमाही में 12.8 प्रतिशत की गिरावट आई है। कंपनी ने बृहस्पतिवार को बताया कि यह गिरावट वॉयस समाधान और डेटा सेवाओं से आमदनी में गिरावट के कारण आई है। टाटा कम्युनिकेशंस ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि जून तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 332.84 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल इसी अवधि में 381.69 करोड़ रुपये था।
समीक्षाधीन अवधि में डेटा सेवाओं से इसकी आय 20 प्रतिशत बढ़कर 4,694 करोड़ रुपये हो गई। पहली तिमाही में कंपनी की परिचालन आमदनी 18.1 प्रतिशत बढ़कर 5,633.3 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 4,771.3 करोड़ रुपये थी।
एलऐंडटी टेक के मुनाफे में मामूली सुधार
इंजीनियरिंग सेवा कंपनी एलऐंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज (एलटीटीएस) का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 313.6 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले के मुकाबले 0.8 प्रतिशत तक की वृद्धि है, लेकिन पूर्ववर्ती तिमाही की तुलना में 8 प्रतिशत की गिरावट है।
वित्त वर्ष 2025 के पहले तीन महीनों में परिचालन से राजस्व 2,461 करोड़ रुपये पर रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 7 प्रतिशत की वृद्धि है, लेकिन तिमाही आधार पर 3 प्रतिशत की गिरावट है।
कंपनी प्रबंधन ने वित्त वर्ष 2025 का राजस्व अनुमान 8-10 प्रतिशत (स्थिर मुद्रा के संदर्भ में) पर बरकरार रखा है और 1.5 अरब डॉलर की राजस्व दर का लक्ष्य रखा है। कंपनी का एबिटा मार्जिन 15.6 प्रतिशत रहा, जो तिमाही आधार पर 130 आधार अंक और सालाना आधार पर 1.6 प्रतिशत कम है। तिमाही के दौरान कंपनी ने दो सौदे 3 करोड़ डॉलर, दो सौदे 1.5 करोड़ डॉलर और तीन सौदे 1 करोड़ डॉलर की टीसीवी के हासिल किए।
डालमिया भारत का लाभ 8% बढ़ा
सीमेंट उत्पादक डालमिया भारत ने जून 2024 को समाप्त हुई तिमाही में अपने करोपरांत लाभ (पीएटी) में आठ प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया है। कंपनी ने कहा कि इस तिमाही में जयप्रकाश एसोसिएट्स के साथ उसके भावी सौदे से संबंधित एकमुश्त प्रावधान भी शामिल है।
समीक्षाधीन तिमाही में डालमिया भारत ने 141 करोड़ रुपये का करोपरांत लाभ दर्ज किया, जो एक साल पहले 130 करोड़ रुपये था। परिचालन से आय 3,621 करोड़ रुपये के स्तर पर स्थिर रही। कंपनी ने कहा कि दर्ज किया गया करोपरांत लाभ एक साल पहले के 144 करोड़ रुपये के मुकाबले 145 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा।
कंपनी ने कहा कि इस तिमाही के दौरान असाधारण मदों में दिवालिया कार्यवाही से गुजर रही जयप्रकाश एसोसिएट्स के साथ किए जा रहे एकमुश्त प्रावधान की 84 करोड़ रुपये की राशि भी शामिल है। कंपनी ने कहा कि उसका एबिटा 9.2 प्रतिशत बढ़कर 669 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने कहा कि वर्तमान में उसकी स्थापित सीमेंट क्षमता 4.66 करोड़ टन प्रति वर्ष है। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान सीमेंट बिक्री की मात्रा 6.2 प्रतिशत बढ़कर 74 लाख टन प्रति वर्ष हो गई। हालांकि इस तिमाही में आम चुनावों के बीच सभी क्षेत्रों में सीमेंट की मांग कमजोर रही, लेकिन उसके वॉल्यूम और मार्जिन में इजाफा हुआ है।
सिएट का मुनाफा 2.74% बढ़ा
वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में आरपीजी ग्रुप के स्वामित्व वाली कंपनी सिएट का कर-बाद लाभ (पीएटी) 2.74 प्रतिशत बढ़कर 149.79 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। परिचालन से कंपनी का राजस्व एक साल पहले के मुकाबले 8.79 प्रतिशत बढ़कर 3,192.82 करोड़ रुपये हो गया।
तिमाही आधार पर, कंपनी ने राजस्व में 6.73 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया और उसका पीएटी 32.04 प्रतिशत तक बढ़ गया। सिएट के एमडी एवं सीईओ अर्णब बनर्जी ने वित्तीय परिणाम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘हम तिमाही के दौरान सभी श्रेणियों में रीप्लेसमेंट और निर्यात सेगमेंटों में मजबूत वृद्धि दर्ज कर उत्साहित हैं। कच्चे माल की लागत में वृद्धि से मार्जिन पर दबाव के बावजूद हम कीमतों के समायोजन के साथ इन चुनौतियों का सामना करने में सफल रहे।’
सिएट ने तिमाही के दौरान 254 करोड़ रुपये का पूंजीगत खर्च किया था, जो उसकी योजना के अनुरूप है। कंपनी ने बाजार बंद होने के बाद अपने नतीजे पेश किए हैं। सिएट का शेयर आज बीएसई पर 1.58 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ।
जेएसडब्ल्यू इन्फ्रा का लाभ 8% घटा
जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर का एकीकृत शुद्ध लाभ जून 2024 को समाप्त तिमाही में लगभग आठ प्रतिशत घटकर 296.55 करोड़ रुपये रहा। मुख्य रूप से अधिक खर्च के कारण कंपनी का लाभ कम हुआ है। कंपनी ने गुरुवार को स्टॉक एक्सचेंज को दी सूचना में कहा कि उसे बीते वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-जून तिमाही में 322.20 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था।
जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर की कुल आय जून 2024 को समाप्त तिमाही में बढ़कर 1,103.69 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले इसी तिमाही में 918.24 करोड़ रुपये थी। कंपनी का खर्च बढ़कर 712.05 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले 2023-24 की जून तिमाही में यह 505.75 करोड़ रुपये था। जेएसडब्ल्यू समूह की इकाई जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर भारत में दूसरी सबसे बड़ी निजी वाणिज्यिक बंदरगाह परिचालक है।