Wipro Q1 Results 2025: बेंगलूरु की आईटी सेवा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी विप्रो ने अपनी बड़ी प्रतिस्पर्धियों की ही तरह ग्राहकों के बेहतर खर्च का संकेत दिया है क्योंकि इसने वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही के लिए अपने राजस्व का अनुमान मामूली रूप से बढ़ाकर -1 प्रतिशत से +1 प्रतिशत कर दिया है। कंपनी ने पिछली तिमाही में अपने राजस्व के अनुमान में कटौती की थी और राजस्व अनुमान -1.5 प्रतिशत से लेकर 0.5 प्रतिशत तक के दायरे में रखा था।
देश की चौथी सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी ने वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में 3,036.6 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो एक साल पहले की तुलना में 5.2 प्रतिशत अधिक है। पिछली तिमाही के मुकाबले लाभ 6.2 प्रतिशत बढ़ा और ब्लूमबर्ग के 2,931 करोड़ रुपये के अनुमान से अधिक रहा।
मार्च तिमाही के दौरान राजस्व एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले 3.79 प्रतिशत घटकर 21,963.8 करोड़ रुपये रह गया। यह ब्लूमबर्ग के अनुमान से कम रहा, जिसमें 22,237.4 करोड़ रुपये के राजस्व का अनुमान लगाया गया था। गैर-जरूरी खर्च पर दबाव जारी रहने की वजह से पिछली तिमाही की तुलना में राजस्व वृद्धि 1.1 प्रतिशत कम रही।
आईटी सेवा श्रेणी का राजस्व 262.59 करोड़ डॉलर रहा और इसमें पिछली तिमाही की तुलना में 1.2 प्रतिशत की गिरावट तथा पिछले साल की तुलना में 5.5 प्रतिशत की गिरावट आई।
कंपनी ने 3.2 अरब डॉलर की कुल बुकिंग का ऐलान किया है। बड़े सौदों की बुकिंग 1.1 अरब डॉलर रही और इनमें तिमाही आधार पर 3.1 प्रतिशत तथा सालाना आधार पर 3.6 प्रतिशत की गिरावट आई।
मुख्य कार्य अधिकारी और प्रबंध निदेशक श्रीनि पल्लिया ने कहा ‘पहली तिमाही में हमने मांग के माहौल में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा। ग्राहक सतर्क रहे और गैर-जरूरीत खर्च में नरमी जारी रही। लेकिन चूंकि हम दूसरी तिमाही में प्रवेश कर रहे हैं, इसलिए हमारा मानना है कि पहली तिमाही की शुरुआत के मुकाबले हम अब हम बेहतर स्थिति में हैं।’
जेएसडब्ल्यू स्टील का एकीकृत शुद्ध लाभ जून में समाप्त तिमाही में सालाना आधार पर 63.9 फीसदी की गिरावट के साथ 845 करोड़ रुपये रह गया, जिस पर कम बिक्री वॉल्यूम व कम कीमत प्राप्ति का असर पड़ा। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ 2,338 करोड़ रुपये रहा था।
पहली तिमाही में कंपनी का लाभ ब्लूमबर्ग के अनुमान से कम रहा, जिसने 1,280.2 करोड़ रुपये के लाभ का अनुमान जताया था।
कंपनी का कुल राजस्व इस अवधि में एकीकृत आधार पर 42,943 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि के 42,213 करोड़ रुपये के मुकाबले 1.7 फीसदी ज्यादा है। ब्लूमबर्ग ने 42,333.7 करोड़ रुपये के राजस्व का अनुमान जताया था।
क्रमिक आधार पर राजस्व व शुद्ध लाभ में क्रमश: 7.2 फीसदी व 34.9 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई। कंपनी के डोल्वी संयंत्र और भूषण पावर ऐंड स्टील में नियोजित बंदी के कारण कच्चे स्टील का उत्पादन कम हुआ।
तिमाही में एकीकृत स्टील उत्पादन 63.5 लाख टन रहा, जो सालाना आधार पर एक फीसदी और तिमाही आधार पर 6 फीसदी कम है। भारतीय परिचालन में तिमाही के दौरान 87 फीसदी उत्पादन क्षमता का इस्तेमाल हुआ।
स्टील की बिक्री पर कम कीमतें सस्ती लागत वाले आयात के कारण मिली। कंपनी ने कहा कि चीन व एफटीए देशों से ज्यादा आयात देसी स्टील उद्योग के सामने चुनौती खड़ी कर रहा है।
हालांकि भारत में स्टील की खपत बढ़ रही है और कंपनी को उम्मीद है कि भारत में वृद्धि की रफ्तार कायम रहेगी, जिसे विनिर्माण, बुनियादी ढांचे के विकास और आशावादी उपभोक्ता मनोबल से सहारा मिलेगा।
कंपनी का निर्यात सालाना आधार पर 29 फीसदी कम रहा औ्र भारतीय परिचालन की बिक्री में इसका योगदान 10 फीसदी रहा, जबकि पिछले साल की समान अवधि में निर्यात का योगदान 15 फीसदी रहा था।
देश की सबसे बड़ी सीमेंट निर्माता अल्ट्राटेक सीमेंट का प्रदर्शन जून 2024 की तिमाही में स्थिर रहा और शुद्ध लाभ 1,696 करोड़ रुपये दर्ज हुआ। कंपनी बाजार के अनुमानों पर खरा नहीं उतर पाई।
समीक्षधीन तिमाही में सीमेंट कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 1,696.59 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,688.45 करोड़ रुपये रहा था। इस अवधि में राजस्व 2 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 18,069 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
ब्लूमबर्ग की रायशुमारी में 13 विश्लेषकों ने 18,354 करोड़ रुपये के राजस्व और शुद्ध समायोजित आय 1,820 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था। क्रमिक आधार पर अल्ट्राटेक का शुद्ध लाभ 25 फीसदी घटा।
कंपनी ने कहा, एबिटा 3,205 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 3,223 करोड़ रुपये रहा था। देसी सीमेंट की बिक्री में एक साल पहले के मुकाबले छह फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई।
कंपनी ने कहा, लागत की बात करें तो ऊर्जा लागत सालाना आधार पर 17 फीसदी कम रही, जो मुख्य रूप से ईंधन की घटती कीमतों के चलते हुई। कच्चे माल की लागत में एक फीसदी की मामूली बढ़ोतरी हुई, जिसकी वजह फ्लाई ऐश और स्लैग की लागत में बढ़ोतरी थी।
उत्पादन क्षमता 20 करोड़ टन करने के लक्ष्य के साथ अल्ट्राटेक ने विस्तार के कई चरण हाथ में लिए हैं। नियोजित विस्तार पर कंपनी ने कहा, तिमाही के दौरान कंपनी ने 87 लाख टन सालाना क्षमता जोड़ी, जो तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा में बढ़ी।
अल्ट्राटेक ने कहा, कुछ नई क्षमताओं का दूसरा चरण (2.26 करोड़ टन सालाना) धीरे-धीरे मौजूदा व अगले वित्त वर्ष में चालू होने की उम्मीद है। अक्टूबर में घोषित तीसरे चरण के विस्तार के लिए प्रमुख तकनीकी सप्लायर को अहम ऑर्डर दिए जा चुके हैं और कुछ जगहों पर काम शुरू हो चुका है।
रोजमर्रा के सामान (एफएमसीजी) बेचने वाली भारतीय कंपनी पतंजलि फूड्स का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में शुद्ध लाभ 200 फीसदी बढ़कर 262.9 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले कंपनी का शुद्ध मुनाफा 87.8 करोड़ रुपये था। मगर कंपनी की शुद्ध बिक्री एक साल पहले के 7,767 करोड़ रुपये के मुकाबले 7.6 फीसदी घटकर 7,173 करोड़ रुपये रही।
कंपनी ने कहा कि लाभप्रदता खाद्य तेल की कीमतों में कम अस्थिरता के साथ-साथ खाद्य और एफएमसीजी पोर्टफोलियो में स्थिर प्रदर्शन के कारण रही। कंपनी ने कहा, ‘हम ई-कॉमर्स और क्विक कॉमर्स जैसी नई पीढ़ी के चैनल के जरिए मजबूती दर्ज कर रहे हैं।’
वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में खाद्य एवं एफएमसीजी खंड का राजस्व 1,953.55 करोड़ रुपये रहा, जिसने कंपनी की कुल शुद्ध बिक्री में 26.77 फीसदी का योगदान दिया, जिसने पिछले साल की समान अवधि में 24.84 फीसदी का योगदान दिया था। इस बीच, खाद्य तेल की श्रेणी ने इस अवधि के दौरान 5,330.33 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की, जिसमें ब्रांडेड खाद्य तेल की बिक्री कुल खाद्य तेल का लगभग 79.54 फीसदी थी।
रिलायंस रिटेल ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी किए। कंपनी ने बताया कि जून 2025 को समाप्त हुई पहली तिमाही में उसका शुद्ध लाभ सपाट रहकर 2,453 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का संचालन से एबिटा एक साल पहले के मुकाबले 11.5 फीसदी बढ़कर 5,448 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी का एबिटा 5,664 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले के मुकाबले 10.5 फीसदी ज्यादा है। देश की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी की संचालन से आय एक साल पहले के मुकाबले 6.6 फीसदी बढ़कर पहली तिमाही में 66,260 करोड़ रुपये रही। तिमाही के दौरान संचालन से सकल राजस्व 8.1 फीसदी बढ़कर 75,615 करोड़ रुपये रहा।
रिलायंस रिटेल की विस्तार बरकरार रही और तिमाही के दौरान कंपनी ने 331 नए स्टोर खोले और पिछले साल के मुकाबले 18.9 फीसदी की वृद्धि दर्ज करते हुए सभी प्रारूपों में 29.6 करोड़ लोगों की उपस्थिति दर्ज की गई। कंपनी ने कहा कि डिजिटल कॉमर्स और न्यू कॉमर्स को बढ़ाने पर उसका ध्यान जारी है और इन चैनलों का कुल राजस्व में 18 फीसदी योगदान है।
देश की सबसे बड़ी दूरसंचार सेवा प्रदाता रिलायंस जियो इन्फोकॉम का चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में एकल आधार पर शुद्ध लाभ 12 प्रतिशत बढ़कर 5,445 करोड़ रुपये रहा। रिलायंस जियो ने शुक्रवार को अप्रैल-जून तिमाही के अपने वित्तीय नतीजों की सूचना दी। आलोच्य तिमाही में कंपनी का परिचालन राजस्व सालाना आधार पर 10 प्रतिशत बढ़कर 26,478 करोड़ रुपये हो गया। समीक्षाधीन तिमाही के लिए रिलायंस जियो का शुद्ध लाभ 5,445 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 11.9 प्रतिशत प्रतिशत अधिक है।
(With input from PTI/भाषा)