Q3 Results: प्रीमियम वाहनों की अधिक मांग, त्योहारी सीजन के दौरान जोरदार बिक्री, जिंसों की लागत में कमी और मूल्य वृद्धि के कारण वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में हीरो मोटोकॉर्प का समेकित शुद्ध लाभ पिछले साल की तुलना में 51.3 प्रतिशत बढ़कर 1,091.12 करोड़ रुपये हो गया।
देश की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन निर्माता ने यह भी ऐलान किया कि वह पुर्जों, सहायक उपकरण और मर्चेंडाइज के भंडारण के लिए मार्च 2027 तक आंध्र प्रदेश के तिरुपति में दूसरा भंडारण केंद्र स्थापित करने के लिए 600 करोड़ रुपये तक का निवेश करने जा रही है।
कंपनी का मौजूदा भंडारण केंद्र राजस्थान के नीमराना में है और इसकी 26,000 स्टॉक कीपिंग यूनिट्स (एसकेयू) की क्षमता का पूरी तरह से उपयोग किया जा चुका है। दूसरी भंडारण सुविधा की क्षमता 36,700 एसकेयू होगी। हीरो मोटोकॉर्प ने कहा कि पुर्जों, सहायक उपकरणों और मर्चेंडाइज कारोबार पर ध्यान केंद्रित करने के कारण कारोबार 5,000 करोड़ रुपये के सालाना राजस्व को पार कर गया है।
कंपनी ने चेयरमैन एमेरिटस बृजमोहन लाल मुंजाल के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में साल 2023-24 के लिए 75 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश और 25 रुपये प्रति शेयर का विशेष लाभांश भी घोषित किया है। इस लाभांश का भुगतान 9 मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा।
कंपनी ने साल 2023-24 की तीसरी तिमाही के दौरान 14.6 लाख दोपहिया वाहन बेचे, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 17.74 फीसदी ज्यादा हैं। कंपनी ने बताया कि तिमाही के दौरान परिचालन से कुल राजस्व 21 प्रतिशत गया (9,787 करोड़ रुपये हो गया)। इसके मुकाबले तीसरी तिमाही में कंपनी का कुल खर्च 16.9 प्रतिशत बढ़कर 8,619.64 करोड़ रुपये हो गया।
निजी क्षेत्र की बिजली उत्पादक कंपनी टाटा पावर ने दिसंबर 2023 में समाप्त हुई तिमाही (वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही) के दौरान 953 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जिसे एक साल पहले की तुलना में कम कमर व्यय तथा अधिक अन्य आय से मदद मिली।
समीक्षाधीन तिमाही के दौरान टाटा पावर ने अपने समेकित शुद्ध लाभ में एक साल पहले की तुलना में 0.8 प्रतिशत वृद्धि के साथ 953 करोड़ रुपये का इजाफा दर्ज किया। इसी अवधि में कंपनी की शुद्ध बिक्री भी एक साल पहले की तुलना में 3.7 प्रतिशत की मामूली वृद्धि के साथ 14,651 करोड़ रुपये हो गई।
ब्लूमबर्ग के सर्वेक्षण में छह विश्लेषकों ने 895 करोड़ रुपये की समायोजित शुद्ध आय का और नौ विश्लेषकों ने 15,636 करोड़ रुपये के राजस्व का अनुमान लगाया था। पिछली तिमाही की तुलना में कंपनी का शुद्ध लाभ 8.8 प्रतिशत बढ़ा और शुद्ध बिक्री 6.9 प्रतिशत बढ़ी।
दैनिक उपभोक्ता वस्तु (एफएमसीजी) क्षेत्र की कंपनी इमामी ने अक्टूबर से दिसंबर तिमाही (वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही) के दौरान समेकित शुद्ध लाभ में पिछले साल के मुकाबले 8.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और यह बढ़कर 258.41 करोड़ रुपये हो गया। इनपुट लागत में कमी के कारण अधिक मार्जिन की वजह से इसमें इजाफा हुआ है। एक साल पहले की अवधि में शुद्ध लाभ 237.13 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में समेकित राजस्व 996.32 करोड़ रुपये था। एक साल पहले की अवधि की तुलनरा में इसमें 1.38 प्रतिशत का इजाफा हुआ। घरेलू कारोबार में स्थिर वृद्धि देखी गई है। लेकिन गैर-शीतकालीन उत्पादों में पांच प्रतिशत तक की वृद्धि हुई। पिछली तिमाही की तुलना में राजस्व 15.19 प्रतिशत और शुद्ध लाभ 44.76 प्रतिशत बढ़ा। इमामी ने कहा कि तीसरी तिमाही के दौरान खास तौर पर ग्रामीण बाजारों में मांग में नरमी का रुख रहा।
कंपनी ने कहा कि इनपुट की कम लागत की बदौलत सकल मार्जिन में वृद्धि हुई और यह बढ़कर 68.8 प्रतिशत तक पहुंच गई, जो इस तिमाही के दौरान 290 आधार अंकों के खासे विस्तार को दर्शाता है। कंपनी का एबिटा 315 करोड़ रुपये के साथ 7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ, मार्जिन 170 आधार अंक बढ़कर 31.6 प्रतिशत हो गया। कंपनी का एबिटा समीक्षाधीन तिमाही में सात प्रतिशत बढ़कर 315 करोड़ रुपये हो गया।
निजी क्षेत्र के बंधन बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में दोगुना से अधिक होकर 733 करोड़ रुपये रहा। कोलकाता की नई पीढ़ी की बैंक का बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में शुद्ध लाभ 291 करोड़ रुपये रहा था। बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि आलोच्य तिमाही में उसकी कुल आमदनी बढ़कर 5,210 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 4,840.94 करोड़ रुपये रही थी।
इस दौरान बैंक की ब्याज आय भी बढ़कर 4,665 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 3,808 करोड़ रुपये थी। बैंक की शुद्ध ब्याज आय बढ़कर दिसंबर तिमाही में 2,530 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,080 करोड़ रुपये थी। परिसंपत्ति गुणवत्ता के मोर्चे पर, बैंक ने सकल एनपीए (गैर-निष्पादित संपत्ति) में सुधार दर्ज किया।
बैंक का एनपीए दिसंबर तिमाही में घटकर सात प्रतिशत रह गया, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही के अंत में 7.2 प्रतिशत था। हालांकि, शुद्ध एनपीए बढ़कर दिसंबर तिमाही में 2.2 प्रतिशत हो गया, जो बीते वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के बाद 1.9 प्रतिशत था।
चेन्नई की टायर कंपनी एमआरएफ ने तीसरी तिमाही के दौरान अपने करोपरांत लाभ में पिछल साल के मुकाबले तीन गुना इजाफा दर्ज किया और यह बढ़कर 509.71 करोड़ रुपये हो गया। लाभ में इस इजाफे का श्रेय स्टॉक स्तर में वृद्धि और उपभोग की गई सामग्रियों की लागत में मामूली कमी और तिमाही के दौरान व्यय स्थिर रखने को दिया जा सकता है।
कंपनी ने परिचालन से अपने समेकित राजस्व में 9.17 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 5,644.55 करोड़ रुपये की तुलना में 6,162.46 करोड़ रुपये रही। पिछली तिमाही की तुलना में कंपनी के राजस्व में 0.88 प्रतिशत की गिरावट देखी गई और साथ ही करोपरांत लाभ भी 13.11 प्रतिशत तक लुढ़क गया।
निदेशक मंडल की बैठक में 31 मार्च 2024 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष के लिए तीन रुपये प्रति इक्विटी शेयर (30 प्रतिशत) का दूसरा अंतरिम लाभांश घोषित किया गया। इस दूसरे अंतरिम लाभांश का भुगतान 4 मार्च, 2024 को या उसके बाद किया जाएगा।
सार्वजनिक क्षेत्र की एसजेवीएन का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कम आय के कारण 51 प्रतिशत गिरकर 138.97 करोड़ रुपये रहा। बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 287.42 करोड़ रुपये रहा था।
एसजेवीएन लिमिटेड ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि अक्टूबर-दिसंबर, 2023 तिमाही में उसकी कुल आय घटकर 607.72 करोड़ रुपये रही, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 711.24 करोड़ रुपये थी। कंपनी के निदेशक मंडल ने शुक्रवार को अपनी बैठक में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रति शेयर 1.15 रुपये के अंतरिम लाभांश को मंजूरी दी है।
पेट्रो रसायन विनिर्माण कंपनी तमिलनाडु पेट्रोप्रोडक्ट्स लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी (अक्टूबर-दिसंबर) तिमाही में एकल शुद्ध लाभ 2.44 करोड़ रुपये रहा। कंपनी को इस अवधि में चक्रवात के कारण कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिससे उसके संयंत्र तथा मशीनरी को भी नुकसान हुआ था।
पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 25.23 करोड़ रुपये था। तमिलनाडु पेट्रोप्रोडक्ट्स लिमिटेड एएम इंटरनेशनल-सिंगापुर का हिस्सा है। वहीं अप्रैल-दिसंबर अवधि में कंपनी का एकल शुद्ध लाभ 31.82 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 79.40 करोड़ रुपये था।
ममाअर्थ, द डर्मा कंपनी और बीब्लंट जैसे डी2सी ब्रांडों की मूल कंपनी होनासा कंज्यूमर लिमिटेड ने वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही के दौरान अपने शुद्ध लाभ में पिछले साल के मुकाबले 264 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 25.9 करोड़ रुपये का इजाफा दर्ज किया है। जबकि एक साल पहले की अवधि में शुद्ध लाभ 7.1 करोड़ रुपये था।
परिचालन से कंपनी का समेकित राजस्व पिछले साल की तुलना में 28 प्रतिशत बढ़कर 488.2 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 382.2 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में 496.1 करोड़ रुपये था। गुरुग्राम की यह कंपनी साल 2023 में सूचीबद्ध हुई थी। धीमी उपभोक्ता मांग का असर कंपनी के तिमाही प्रदर्शन पर नजर आया। कंपनी का लाभ पिछली तिमाही के 29.4 करोड़ रुपये की तुलना में 12 प्रतिशत कम रहा। तिमाही आधार पर इसके राजस्व में 1.5 प्रतिशत की कमी आई।