देश की सबसे बड़ी मोबाइल नेटवर्क का परिचालन करने वाली जियो प्लेटफॉर्म्स का शुद्ध लाभ दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 11.6 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 5,445 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वित्त वर्ष की दूसरी व पहली तिमाही में शुद्ध लाभ में क्रमश: 12 फीसदी व 12.53 फीसदी का इजाफा हुआ था।
क्रमिक आधार पर रिलायंस समूह की जियो व अन्य डिजिटल कारोबार की होल्डिंग कंपनी का शुद्ध लाभ 2.8 फीसदी बढ़ा। कंपनी का परिचालन राजस्व सालाना आधार पर 11.3 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 27,697 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
तीसरी तिमाही में परिचालन राजस्व में वृद्धि को मजबूत ग्राहक और एआरपीयू में मिश्रित सुधार से मिले लाभ का सहारा मिला। जियो प्लेटफॉर्म्स का एबिटा इस तिमाही में सालाना आधार पर 11.5 फीसदी की वृद्धि के साथ 13,955 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
रिलायंस रिटेल वेंचर लिमिटेड का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही अक्टूबर-दिसंबर में 31.87 प्रतिशत बढ़कर 3,165 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि आलोच्य तिमाही में उसकी परिचालन आय 23.75 प्रतिशत बढ़कर 74,373 करोड़ रुपये हो गई।
इसमें सर्वाधिक योगदान किराना, फैशन और जीवनशैली और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबार का रहा। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की खुदरा इकाई का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,400 करोड़ रुपये रहा था। बीते वित्त वर्ष 2022-23 तिमाही में कंपनी की आमदनी 67,623 करोड़ रुपये रही थी।
आरआईएल ने कहा कि दिसंबर, तिमाही में रिलायंस रिटेल का सकल राजस्व 22.83 प्रतिशत बढ़कर 83,063 करोड़ रुपये रहा। तिमाही के दौरान, रिलायंस रिटेल ने 252 नई दुकानें खोलीं, जिससे कुल दुकानों की संख्या 18,774 हो गई।
आदित्य बिड़ला समूह की अल्ट्राटेक सीमेंट के शुद्ध लाभ में दिसंबर 2023 में समाप्त तिमाही में सालाना आधार पर 68 फीसदी की उछाल दर्ज हुई और यह कंपनी का अब तक का सर्वोच्च तिमाही लाभ है। कंपनी का कुल खर्च सालाना आधार पर 3 फीसदी बढ़ा, वहीं शुद्ध बिक्री में 8 फीसदी का इजाफा हुआ।
अल्ट्राटेक का एकीकृत शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 68 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1,777 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी की शुद्ध बिक्री भी 8 फीसदी बढ़कर 16,740 करोड़ रुपये रही।
कंपनी ने एक बयान में कहा, परिचालन दक्षता में सुधार और ईंधन व कच्चे माल की कम लागत से एबिटा मार्जिन में सुधार हुआ। कंपनी ने ऊर्जा लागत में सालाना आधार पर 16 फीसदी की गिरावट आई, जिसकी हिस्सेदारी कंपनी की लागत में एक तिहाई है।
सार्वजनिक क्षेत्र के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का चालू वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी (अक्टूबर-दिसंबर) तिमाही में मुनाफा 57 फीसदी बढ़कर 718 करोड़ रुपये हो गया। बैंक का पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में मुनाफा 458 करोड़ रुपये था।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि उसकी समीक्षाधीन तिमाही में कुल आय बढ़कर 9,139 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 7,636 करोड़ रुपये थी। हालांकि बैंक की शुद्ध ब्याज आय घटकर 3,152 करोड़ रुपये रह गई।
निजी क्षेत्र के आरबीएल बैंक का शुद्ध लाभ दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 11.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 233.09 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 208.97 करोड़ रुपये रहा था। एआईएफ निवेश को लेकर प्रावधान का लाभ पर असर पड़ा जबकि बैंक की मुख्य आय में ठीक-ठाक वृद्धि हुई।
बैंक की शुद्ध ब्याज आय सालाना आधार पर 21 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1,546 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 1,475 करोड़ रुपये रही थी। इस बीच, अन्य आय 26 फीसदी बढ़कर 778 करोड़ रुपये रही। आरबीआई के नियमों के तहत बैंक ने एआईएफ निवेश को लेकर 115 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
जिंक और चांदी का उत्पादन करने वाली हिंदुस्तान जिंक ने दिसंबर 2023 को समाप्ति हुई तिमाही (वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही) के दौरान अपने समेकित शुद्ध लाभ में पिछले साल की तुलना में छह प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है।
इसके लाभ को मुख्य रूप से लंदन मेटल एक्सचेंज (एलएमई) की कम कीमतों से नुकसान पहुंचा है। वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में हिंदुस्तान जिंक ने 2,028 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो एक साल पहले के मुकाबले छह प्रतिशत कम है। समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का राजस्व भी पिछले साल की तुलना में 7 प्रतिशत घटकर 7,067 करोड़ रुपये रह गया।