Q3 Results: एलऐंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज (एलटीटीएस) का शुद्ध लाभ दिसंबर 2024 की तिमाही में 322.4 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले के मुकाबले 4.1 फीसदी कम है। हालांकि तिमाही आधार पर कंपनी महज 0.9 फीसदी की वृद्धि दर्ज करने में कामयाब रही।
वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में कंपनी का राजस्व एक साल पहले की तुलना में 9.5 फीसदी बढ़कर 2,653 करोड़ रुपये हो गया। तिमाही आधार पर इसमें 3 फीसदी तक की तेजी दर्ज की गई। कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 के लिए स्थिर मुद्रा (सीसी) में करीब 10 फीसदी राजस्व वृद्धि का अनुमान जताया है। एलटीटीएस के मुख्य कार्य अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक अमित चड्ढा ने कहा, ‘अपनी ‘गो डीपर टु स्केल’ रणनीति के तहत हमने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में निवेश पर ध्यान दिया और अब इसका फायदा मिलने लगा है। नए उत्पाद एवं प्लेटफॉर्म विकास और व्यावसायिक कायाकल्प दोनों की मदद से बड़े सौदे मिले।’
कंपनी ने सभी सेगमेंटों में आठ बड़े सौदों की मदद से सर्वाधिक टीसीवी दर्ज की। इनमें एक सौदा 5 करोड़ डॉलर, दो सौदे 3.5 करोड़ डॉलर, दो सौदे 2.5 करोड़ डॉलर और 3 सौदे 1 करोड़ डॉलर मूल्य के हैं। वृद्धि को कंपनी के टेक्नोलॉजी और सस्टेनेबिलिटी सेगमेंटों से मदद मिली। कंपनी ने दावा किया कि इन सेगमेंटों के लिए मांग परिदृश्य तेजी से सुधर रहा है। टेक सेगमेंट में एलटीटीएस ने मेडटेक में सुधार की मदद से तिमाही आधार पर 11.1 फीसदी तक की वृद्धि दर्ज की। सस्टेनेबिलिटी सेगमेंट तिमाही आधार पर 4 फीसदी तक बढ़ा।
एबिटा मार्जिन 16.2 फीसदी रहा, जो तिमाही आधार पर 1.10 फीसदी तक अधिक है। चड्ढा ने कहा, ‘हम पहली छमाही के मुकाबले दूसरी में एबिटा मार्जिन लगातार बेहतर बनाना चाहेंगे।’ मजबूत वृद्धि के बावजूद कंपनी के कर्मियों की संख्या 233 तक घट गई। तीसरी तिमाही के आखिर में 14.4 फीसदी की एट्रीशन दर के साथ कुल कर्मचारी 23,465 थे।
सिएट के मुनाफे पर बड़ी चोट 46.4 फीसदी लुढ़का
आरपीजी समूह के स्वामित्व वाली कंपनी सिएट का कर पश्चात लाभ दिसंबर 2024 में समाप्त तीसरी तिमाही में 46.4 फीसदी घट गया जबकि कंपनी का परिचालन से संयुक्त राजस्व इस अवधि में 11.3 फीसदी बढ़ा। तिमाही के दौरान संयुक्त कर पश्चात लाभ 97.1 करोड़ रुपये रहा जबकि परिचालन राजस्व 3,299.9 करोड़ रुपये। कच्चे माल की कीमतों में इजाफे का असर कंपनी के शुद्ध लाभ पर पड़ा। तिमाही आधार पर कंपनी का परिचालन राजस्व 0.14 फीसदी घटा जबकि कर पश्चात लाभ में 20.3 फीसदी की कमी आई।
एचडीएफसी लाइफ का शुद्ध लाभ 13.6 प्रतिशत बढ़ा
निजी क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनी एचडीएफसी लाइफ ने वित्त वर्ष 25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर 13.65 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया और यह बढ़कर 414.9 करोड़ रुपये हो गया। तीसरी तिमाही में इसके नए कारोबार का मूल्य पिछले साल के मुकाबले 8.6 प्रतिशत बढ़कर 930 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 856 करोड़ रुपये था।
वीएनबी शेयरधारकों को भविष्य में मिलने वाले सभी लाभों का वह वर्तमान मूल्य होता है, जिसे नए कारोबारी अनुबंध करते समय मापा जाता है। बीमा कंपनी का वीएनबी मार्जिन, जो लाभ का पैमाना होता है, पिछले साल के 26.8 प्रतिशत की तुलना में बढ़कर 26.06 प्रतिशत हो गया। हालांकि पेशकशों के पुनः मूल्य निर्धारण के कारण वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही के 24.3 प्रतिशत के मुकाबले मार्जिन में सुधार हुआ।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र का मुनाफा 36 प्रतिशत बढ़ा
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) का चालू वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 36 प्रतिशत बढ़कर 1,406 करोड़ रुपये रहा है। बैंक का गत वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी (अक्टूबर-दिसंबर) तिमाही में शुद्ध लाभ 1,036 करोड़ रुपये रहा था। बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल आय सालाना आधार पर 5,851 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,112 करोड़ रुपये हो गई। इस दौरान बैंक ने 6,325 करोड़ रुपये की ब्याज आय अर्जित की, जबकि अक्टूबर-दिसंबर, 2023 में यह 5,171 करोड़ रुपये रही थी।
बैंक दिसंबर 2024 के अंत तक सकल गैर-निष्पादित आस्तियों (एनपीए) को सकल ऋण के 1.80 प्रतिशत तक कम करने में सफल रहा, जो दिसंबर, 2023 के अंत में 2.04 प्रतिशत थीं। प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) 31 दिसंबर, 2024 तक 98.28 प्रतिशत था। वहीं अप्रैल से दिसंबर तक (तीन तिमाहियों) के दौरान बैंक ने 4,027 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि 2023 के इन नौ महीनों में यह 2,837 करोड़ रुपये रहा था। कुल आय भी इस अवधि में सालाना आधार पर 5,851 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,112 करोड़ रुपये हो गई।
पंजाब ऐंड सिंध बैंक का शुद्ध लाभ दोगुना से ज्यादा हुआ
सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब ऐंड सिंध बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में दोगुना से अधिक होकर 282 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। बैंक ने बुधवार को शेयर बाजार को यह सूचना देते हुए कहा कि खराब कर्ज में कमी आने से उसका मुनाफा बढ़ा है। दिल्ली मुख्यालय वाले बैंक का शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 114 करोड़ रुपये रहा था।
बैंक ने कहा कि उसकी कुल आमदनी समीक्षाधीन तिमाही में बढ़कर 3,269 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,853 करोड़ रुपये था। बैंक की ब्याज आय भी दिसंबर तिमाही में बढ़कर 2,931 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2,491 करोड़ रुपये थी। परिसंपत्ति गुणवत्ता के मोर्चे पर, सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) दिसंबर, 2024 के अंत तक सकल कर्ज का 3.83 प्रतिशत रह गईं, जो एक साल पहले 5.70 प्रतिशत थीं।