Indian Renewable Energy Development Agency (IREDA) ने मार्च 2025 में खत्म हुई चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी का अकेले (स्टैंडअलोन) मुनाफा इस तिमाही में 49% बढ़कर 502 करोड़ रुपये पहुंच गया है। कंपनी ने बताया कि इस दौरान उसकी ऑपरेशनल इनकम (मुख्य कारोबार से कमाई) भी 37% बढ़कर 1,904 करोड़ रुपये रही।
वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो IREDA ने अब तक का सबसे ज्यादा सालाना मुनाफा कमाया है। कंपनी का सालाना शुद्ध मुनाफा 36% बढ़कर 1,699 करोड़ रुपये हो गया। पूरे साल की ऑपरेशनल इनकम भी 36% की तेजी के साथ 6,742 करोड़ रुपये रही।
मार्च 2025 के अंत तक IREDA की नेटवर्थ 10,266 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की तुलना में 20% ज्यादा है। कंपनी की लोन बुक (जारी किए गए कर्जों का कुल आंकड़ा) भी 20% बढ़कर 76,282 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।
IREDA ने तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2024) में 425 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था, जो दूसरी तिमाही के 387.75 करोड़ रुपये से ज्यादा था। हालांकि, शेयर पर कमाई (EPS) 1.58 रुपये पर स्थिर रही। कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रदीप कुमार दास ने कहा, “राजस्व, मुनाफा और लोन बुक में लगातार बढ़त हमारी रणनीति और भारत की हरित ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) को समर्थन देने के संकल्प को दर्शाती है। हम इनोवेटिव फाइनेंसिंग और रणनीतिक साझेदारियों के ज़रिए देश के रिन्यूएबल एनर्जी मिशन को आगे बढ़ाते रहेंगे।”
IREDA, जो कि ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी है, देश में नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा एफिसिएंसी और संरक्षण से जुड़ी परियोजनाओं को फाइनेंस करती है।
हाल के हफ्तों में IREDA के शेयरों में मिला-जुला प्रदर्शन देखा गया है। पिछले 5 ट्रेडिंग सेशंस में शेयर करीब 3% गिरा है, जबकि एक महीने में इसमें 10% की तेजी आई है। हालांकि, पिछले 6 महीनों में इसमें 31% और 2025 की शुरुआत से अब तक 30% की गिरावट आ चुकी है। अगर पिछले साल के मुकाबले देखें तो अप्रैल 2024 से अप्रैल 2025 के बीच IREDA का शेयर करीब 3% फिसला है। इसका 52 हफ्तों का हाई 310 रुपये (15 जुलाई 2024) था, जिससे अब यह 44% नीचे है। फिर भी यह अपने 52 हफ्तों के न्यूनतम स्तर (137.01 रुपये) से अब भी 25% ऊपर बना हुआ है।