कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (QIA) जल्द ही Reliance retail वेंचर्स में हिस्सेदारी खरीदने पर विचार कर रही है। फाइनैंशियल टाइम्स ने बुधवार को बताया कि QIA एक फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 1 अरब डॉलर के निवेश पर विचार कर रही है। अगर कंपनी हिस्सेदारी खरीदती है तो इससे मुकेश अंबानी की रिटेल यूनिट का मूल्यांकन 100 अरब डॉलर हो जाएगा।
यह ऐसे समय में हो रहा है जब कई गल्फ वेल्थ फंड भारत के रिटेल मार्केट में हिस्सेदारी पाने की कोशिश कर रहे हैं।
2020 में, सऊदी अरब के इन्वेस्टमेंट फंड ने 462.4 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर 2.04 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए रिलायंस रिटेल (Reliance Retail ) में 1.3 अरब डॉलर का निवेश किया था। न्यूयॉर्क की कंपनी ‘KKR’ और दो अबू धाबी सॉवरिन इन्वेस्टमेंट फंड की भी रिटेल कंपनी में हिस्सेदारी है।
QIA ने पिछले साल जेम्स मर्डोक (James Murdoch) के नए मीडिया और एजूकेशन वेंचर बोधि ट्री (Bodhi Tree) में 1.5 अरब डॉलर तक निवेश करने का वादा किया था। इसने रेबेल फूड्स (Rebel Foods) और फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी (Swiggy) में भी निवेश किया है।
रिलायंस अब अपने रिटेल कारोबार में विविधता लाने का लक्ष्य बना रही है। बता दें कि अंबानी की इस यूनिट को उनकी बेटी ईशा अंबानी चलाती हैं।
30 जून को समाप्त तिमाही (Q1F24) में, रिलायंस रिटेल का शुद्ध लाभ (net profit) सालाना आधार पर 18.8 प्रतिशत बढ़कर 2,448 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी का PBDIT सालाना आधार पर 25.6 प्रतिशत बढ़कर 4,896 करोड़ रुपये हो गया। देश के सबसे बड़े रिटेलर के परिचालन से राजस्व (revenue from operations ) पहली तिमाही में सालाना 20.5 प्रतिशत बढ़कर 62,159 करोड़ रुपये हो गया।
अंबानी ने कहा, ‘रिटेल बिजनेस ने तेज गति से स्टोर बढ़ाने और ग्राहकों की संख्या में लगातार वृद्धि के साथ मजबूत वृद्धि दर्ज की है।’
रिलायंस रिटेल ने इस तिमाही में 555 स्टोर खोले और सभी फॉरमैट्स में 24.9 करोड़ के साथ अब तक की सबसे अधिक संख्या देखी गई।
इसके डिजिटल कॉमर्स और नए कॉमर्स व्यवसायों में वृद्धि जारी रही और पहला तिमाही में प्राप्त राजस्व में इनका योगदान 18 प्रतिशत रहा। रिलायंस रिटेल ने मेट्रो कैश ऐंड कैरी (Metro Cash and Carry ) का अधिग्रहण भी पूरा कर लिया।