देश में कैलेंडर वर्ष 24 की दूसरी तिमाही के दौरान विमानों की सीट क्षमता में पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 10.5 प्रतिशत वृद्धि दिख सकती है और सीट क्षमता बढ़कर 5.88 करोड़ हो सकती है। इससे भारत अमेरिका (31 करोड़ सीट) और चीन (24.2 करोड़ सीट) के बाद वैश्विक स्तर पर तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। ओएजी के नवीनतम आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
साल 2024 की दूसरी तिमाही में भारत की अनुमानित सीट क्षमता जापान, स्पेन, ब्रिटेन, इटली, जर्मनी, इंडोनेशिया और तुर्की की तुलना में कहीं ज्यादा है। सीट क्षमता के लिहाज से देश में साल 2019 की दूसरी तिमाही में महामारी से पहले और साल 2024 की दूसरी तिमाही में ओएजी की अनुमानित सीट क्षमता के बीच 16.8 प्रतिशत वृद्धि के साथ दूसरा सबसे ज्यादा इजाफा नजर आया है। इस मामले केवल चीन ही आगे है, जिसमें 18.7 प्रतिशत तक की तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।
इसके अलावा भारत की प्रमुख विमानन कंपनी इंडिगो एयरलाइंस पिछले साल की दूसरी तिमाही के मुकाबले साल 2024 की इसी अवधि में 9.7 प्रतिशत तक की वृद्धि के साथ 3.264 करोड़ सीट क्षमता तक पहुंच सकती है। ओएजी के अनुसार सीट क्षमता के मामले में इंडिगो दुनिया में आठवें स्थान पर है।
कोविड से पहले साल 2019 की दूसरी तिमाही और साल 2024 की दूसरी तिमाही की अवधि में इंडिगो शीर्ष 10 विमानन कंपनियों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनी साबित हो रही है। साल 2019 की दूसरी तिमाही में इसकी सीट क्षमता 2.17 करोड़ सीट थी।