स्पाइसजेट (SpiceJet) ने मंगलवार को काल एयरवेज और उसके प्रमोटर कलानिधि मारन को 380 करोड़ रुपये के ऑर्डर में से 100 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया। कंपनी ने आज जारी बयान में यह जानकारी दी। इससे पहले सोमवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने लो-कॉस्ट एयरलाइन को भुगतान पूरा करने को कहा था।
बयान में कहा गया, “स्पाइसजेट लिमिटेड ने काल एयरवेज प्राइवेट लिमिटेड को 77.5 करोड़ रुपये का भुगतान किया है और दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार 22.5 करोड़ रुपये का भुगतान करके आज 100 करोड़ रुपये का भुगतान पूरा कर लिया जाएगा।”
कंपनी ने कहा, “स्पाइसजेट कानूनी प्रक्रिया को स्वीकार करता है और क्रेडिट सुइस मामले में सभी अदालती निर्देशों और दायित्वों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है तथा अदालत के निर्देश के अनुसार 15 लाख डॉलर का भुगतान किया जाएगा। 12 सितम्बर तक स्पाइसजेट ने सहमति शर्तों के अनुसार क्रेडिट सुइस को पहले ही 80 लाख डॉलर का भुगतान कर दिया है।”
कोर्ट ने स्पाइसजेट को दिया 100 करोड़ रुपये का भुगतान करने का आदेश
बता दें कि अदालत ने पिछले महीने एयरलाइन को 10 सितंबर तक मारन को 100 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए कहा था। आदेश में कहा गया था कि अगर वह भुगतान करने में विफल रहती है तो अदालत एयरलाइन की संपत्तियों को कुर्क करने पर विचार कर सकती है।
वहीं, सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने अजय सिंह के नेतृत्व वाली एयरलाइन को क्रेडिट सुइस को 15 लाख डॉलर का भुगतान करने के लिए कहा और ऐसा नहीं करने पर “कठोर कार्रवाई” की चेतावनी दी थी। मारन की ओर से पेश वरिष्ठ वकील मनिंदर सिंह ने कहा था कि अजय सिंह और उनकी एयरलाइन पर अब उनका करीब 397 करोड़ रुपये बकाया है।
उन्होंने कहा कि अदालत के आदेश के अनुरूप सिंह और स्पाइसजेट ने संपत्ति और देनदारियों का हलफनामा दायर किया था। हालांकि, यह निर्धारित प्रारूप में नहीं था और सीलबंद लिफाफे में था।
इससे पहले सर्वोच्च न्यायालय ने 25 जुलाई को एयरलाइन को दोनों पक्षों के बीच समझौते के तहत सुइस का बकाया चुकाने के लिए अतिरिक्त समय दिया था। स्पाइसजेट के एक अधिकारी ने एक महीने पहले कहा था, ‘पिछले साल 2.4 करोड़ डॉलर के लिए स्पाइसजेट और क्रेडिट सुइस के बीच निपटान समझौता हुआ था।