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टाटा ग्रुप की कुल आय 10 लाख करोड़ रुपये के पार, TCS से हुआ जमकर मुनाफा

Last Updated- May 21, 2023 | 10:59 PM IST
TCS Q4 Results

टाटा मोटर्स और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की आय में जोरदार इजाफे से वित्त वर्ष 2023 में टाटा ग्रुप की लिस्टेड फर्मों की कुल आय 10 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गई। ग्रुप ने यह कारनामा पहली बार किया है। ग्रुप की जिन 14 प्रमुख लिस्टेड कंपनियों में टाटा संस की प्रत्यक्ष हिस्सेदारी है, उनकी आय वित्त वर्ष 2023 में 10.07 लाख करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2022 के 8.73 लाख करोड़ रुपये से 15.3 फीसदी अ​धिक है। ग्रुप की इन कंपनियों का समेकित शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2023 में 10.6 फीसदी घटकर 66,670 करोड़ रुपये रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 74,639 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड आंकड़े पर था।

ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक अगर टाटा समूह की सभी लिस्टेड कंपनियां एक कारोबारी इकाई होतीं तो समूह करीब 125 अरब डॉलर की आय के साथ रूस की लुकऑयल (125.3 अरब डॉलर आय) से पीछे मगर जापान की होंडा मोटर (124.7 अरब डॉलर) से आगे रहते हुए दुनिया का 64वां सबसे बड़ा समूह होता।

यह विश्लेषण करते समय वित्त वर्ष 2023 में 1 डॉलर की औसत कीमत 80.56 रुपये मानी गई है।

हालांकि केंद्र सरकार के स्वामित्व वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम जैसे इंडियन ऑयल, ONGC, NTPC और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) आय और मुनाफे के लिहाज से देश का सबसे बड़ा कारोबारी समूह बने हुए हैं। वित्त वर्ष 2023 में केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों (CPSU) की कुल आय करीब 52 लाख करोड़ रुपये और समेकित शुद्ध मुनाफा 3.41 लाख करोड़ रुपये रहा है। गैर-बैंक, वित्त और बीमा सीपीएसयू की समेकित आय पिछले वित्त वर्ष में 30.5 लाख करोड़ रुपये और कुल मुनाफा 1.69 लाख करोड़ रुपये रहा। विश्लेषण में उन केंद्रीय पीएसयू के पिछले 12 महीने के आंकड़े लिए गए हैं, जिन्होंने जनवरी-मार्च तिमाही के नतीजे जारी नहीं किए हैं।

हालांकि निजी क्षेत्र में आय के लिहाज से टाटा समूह सबसे बड़ा कारोबारी समूह है और इसकी कुल आय मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) समूह से ज्यादा है। वित्त वर्ष 2023 में RIL की समेकित आय 24.1 फीसदी बढ़कर 8.91 लाख करोड़ रुपये रही जो वित्त वर्ष 2022 में 7.18 लाख करोड़ रुपये थी। इसकी तुलना में कंपनी का कुल मुनाफा वित्त वर्ष 2023 में 9.9 फीसदी बढ़कर 66,702 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2022 में 60,705 करोड़ रुपये था।

कुल मिलाकर टाटा समूह की 26 लिस्टेड फर्में हैं, लेकिन उनमें से 12 समूह की प्रमुख कंपनियों जैसे टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, इंडियन होटल्स, टाटा कंज्यूमर और टाटा केमिकल्स आदि की सहायक या संबद्ध इकाइयां हैं। दोहराव से बचने के लिए विश्लेषण में इन सहायक और संबद्ध इकाइयों की आय और मुनाफे को शामिल नहीं किया गया है।

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इसी तरह RIL ग्रुप की 10 सूचीबद्ध कंपनियां हैं, लेकिन उनमें से 9 रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक और संबद्ध इकाइयां हैं।

पिछले पांच साल में टाटा समूह की कंपनियों की समेकित आय 8.6 फीसदी सालाना चक्रवृद्धि दर से बढ़ी है। वित्त वर्ष 2018 में इनकी कुल आय 6.75 लाख करोड़ रुपये थी। इस अव​धि में समूह का शुद्ध मुनाफा 7.9 फीसदी सालाना चक्रवृद्धि दर से बढ़ा है, जो वित्त वर्ष 2018 में 45,677 करोड़ रुपये था।

किंतु पिछले पांच साल में समूह की आय में बढ़ोतरी देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर से कम रही है। मौजूदा मूल्य पर देश का GDP वित्त वर्ष 2018 से 9.7 फीसदी सालाना चक्रवृद्धि दर से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 272 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2018 में यह 170.9 लाख करोड़ रुपये था। परिणामस्वरूप देश के GDP में समूह की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2023 में घटकर 3.7 फीसदी रह गई, जो वित्त वर्ष 2018 में 3.9 फीसदी और वित्त वर्ष 2014 में 5.12 फीसदी थी।

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समूह की अलग-अलग कंपनियों की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 में समूह की कुल आय वृद्धि में टाटा मोटर्स की हिस्सेदारी 54 फीसदी, TCS की 24.8 फीसदी तथा Tata Power की 10.8 फीसदी हिस्सेदारी रही। टाटा मोटर्स की समेकित आय वित्त वर्ष 2023 में 25.9 फीसदी बढ़कर 3.43 लाख करोड़ रुपये रही। TCS की आय 16.9 फीसदी बढ़कर 2.25 लाख करोड़ रुपये और टाटा पावर की आय 31 फीसदी बढ़कर 60,671 करोड़ रुपये रही। दूसरी ओर टाटा स्टील की आय साल भर पहले के मुकाबले 3.5 फीसदी घटकर 2.45 लाख करोड़ रुपये रही। हालांकि TCS से ग्रुप को जमकर मुनाफा मिला है। वित्त वर्ष 2023 में समूह के कुल मुनाफे में TCS की हिस्सेदारी 63 फीसदी रही।

First Published - May 21, 2023 | 7:14 PM IST

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