फार्मास्युटिकल क्षेत्र की दिग्गज कंपनी सिप्ला को अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (यूएसएफडीए) से चेतावनी पत्र मिला है। यह पीथमपुर विनिर्माण इकाई में यूएसएफडीए के नियमित गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिसेज (जीएमपी) निरीक्षण के तहत भेजा गया है। 17 नवंबर, 2023 को लिए गए पत्र में इकाई के उन तरीकों या नियंत्रणों के उल्लंघन पर प्रकाश डाला गया है, जो निर्धारित जीएमपी नियमों के अनुरूप नहीं हैं।
हालांकि यह चेतावनी पत्र पीथमपुर संयंत्र के उत्पादों की अमेरिका के बाजार में बिक्री नहीं रोकता है, लेकिन यह इस इकाई से किसी भी नए उत्पाद की मंजूरी पर रोक लगाता है। वित्त वर्ष 2022-23 की शुरुआत में इस इकाई को फॉर्म 483 की आठ टिप्पणी मिलने के बाद यह घटनाक्रम सामने आया है और इस इकाई को अगस्त में यूएसएफडीए द्वारा ऑफिशल एक्शन इंडिकेटेड (ओएआई) के रूप में वर्गीकृत किया गया था।
सिप्ला ने इस इकाई से यूएसएफडीए की मंजूरी लंबित होने के संबंध में टिप्पणी नहीं की। सोमवार को बीएसई पर सिप्ला के शेयर का मूल्य 0.21 प्रतिशत गिरकर दिन के कारोबार के अंत में 1,246 रुपये पर बंद हुआ।
इस नियामकीय झटके के बावजूद वित्तीय विश्लेषक सिप्ला के भविष्य को लेकर आशावादी बने हुए हैं। वर्तमान में कंपनी संस्थापक परिवार की 33.4 प्रतिशत हिस्सेदारी की संभावित बिक्री के संबंध में रणनीतिक बातचीत कर रही है।