कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया ने अपना कारोबार वापस पटरी पर लाने के लिए एक बड़ा निवेश का प्रस्ताव रखा है। खबरों के मुताबिक, कंपनी अपने बिजनेस रिवाइवल के लिए 14000 करोड़ रुपये की इक्विटी लगाने का प्रस्ताव दिया है।
न्यूज साइट ईटी की एक खबर के मुताबिक, मौजूदा प्रमोटर आदित्य बिरला ग्रुप और यूके का वोडाफोन ग्रुप पीएलसी कुल राशी का आधा हिस्सा लगाएंगे।
बता दें कि इस खबर के आने के बाद ही कंपनी के स्टॉक्स में तेजी दर्झ हुई। शुरुआती कारोबार में कंपनी के शेयर 10 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली।
इस महीने की शुरुआत में सरकार को सौंपी गई योजना के अनुसार, ABG और Vodafone Group जल्द ही कंपनी में नई इक्विटी के रूप में ₹2,000 करोड़ का निवेश करेंगे।
सितंबर 2021 में सरकार के टेलीकॉम रिवाइवल पैकेज के बाद से प्रमोटर्स ने पहले ही ₹5,000 करोड़ की नई इक्विटी का निवेश किया है।
रिवाइवल प्लान के हिस्से के रूप में, प्रमोटर कंपनी के साथ एक और ₹7,000 करोड़ जुटाने के लिए काम करेंगे। ये रकम या तो डायरेक्ट इक्विटी के रूप में या बाहरी निवेशकों से कन्वर्टिबल स्ट्रक्चर के माध्यम से जुटाई जाएगी।
हालांकि, इस खबर की पुष्टि न तो एबीजी, वोडाफोन आइडिया और न ही वोडाफोन ग्रुप ने की है।
ET ने 15 फरवरी को रिपोर्ट में कहा था कि कि Vi में 18% के करीब हिस्सेदारी रखने वाली ABG, प्रमोटर इक्विटी के रूप में निवेश करने के लिए नए फंड जुटाने के लिए विदेशी लेंडर्स के साथ बातचीत कर रही थी। एबीजी ने विदेशी उधारदाताओं के साथ लगभग 250 मिलियन डॉलर का करार किया है, लेकिन संभावना है कि वोडाफोन ग्रुप भी फंडिंग राउंड में भाग ले सकता है।
वोडाफोन आइडिया के सीईओ अक्षय मूंदड़ा (Vodafone Idea CEO Akshaya Moondra) ने चौथी तिमाही के अर्निंग कॉल के दौरान कहा था कि कर्ज में डूबी कंपनी के लिए कंपनी इक्विटी इन्फ्यूजन के जरिए फाइनेंस जुटाने के लिए तीन निवेशकों के साथ एडवांस बातचीत कर रही है।
इस साल फरवरी में, केंद्र ने वोडाफोन आइडिया के 16 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के बकाये को इक्विटी में बदलने की मंजूरी दे दी थी।
सरकार ने यह मंजूरी तब दी जब कंपनी ने आश्वासन दिया कि नो रिवाइवल के और निवेश करेगी।
बता दें कि आज टेलीकॉम कंपनी के स्टॉक्स में तेजी देखने को मिल रही है। शुरुआती कारोबार में स्टॉक्स 10 फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ 8 रुपये के स्तर से ऊपर चला गया था ।