नैसडैक पर सूचीबद्ध आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी कॉग्निजेंट ने कहा कि उसे पहली तिमाही के दौरान स्थिर मुद्रा में 6.5 से आठ प्रतिशत के बीच वृद्धि की उम्मीद है, जिसे ग्राहकों के बीच वैकल्पिक खर्च में तेजी तथा अपने स्वास्थ्य सेवा और वित्तीय सेवा कारोबारों में बेहतर परिदृश्य से मदद मिलेगी।
इसका मतलब यह है कि जनवरी से मार्च के बीच की अवधि में पांच से 5.1 अरब डॉलर की राजस्व वृद्धि होगी। समूचे वर्ष के मामले में कंपनी को स्थिर मुद्रा के आधार पर 3.5 से छह प्रतिशत के बीच वृद्धि की उम्मीद है, जिसमें 20.3 से 20.8 अरब डॉलर का राजस्व होगा। अन्य भारतीय आईटी सेवा कंपनियों के विपरीत कॉग्निजेंट वित्त वर्ष के रूप में जनवरी से दिसंबर कैलेंडर वर्ष का पालन करती है।
मुख्य कार्यकारी रवि कुमार ने परिणामों के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘बड़े सौदों की रफ्तार जारी है और वैकल्पिक खर्च लौटने की वजह से छोटे सौदे भी जारी हैं।’ उन्होंने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘हालांकि अनिश्चितता अब भी बनी हुई है, लेकिन अमेरिका में नई सरकार विनियमन कम करना चाहती है इसलिए कुछ डॉलर उपलब्ध कराया जाएगा और वित्तीय सेवाएं सबसे बड़ी लाभार्थी रहेंगी।’
चौथी तिमाही में कंपनी ने अपने अनुमान के अधिक छोर पर स्थिर मुद्रा के आधार पर 6.7 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि दर्ज की और 5.1 अरब डॉलर का राजस्व रहा। शुद्ध आय एक साल पहले के 54.6 करोड़ डॉलर की तुलना में 2.1 प्रतिशत बढ़कर 55.8 करोड़ डॉलर हो गई। तिमाही आधार पर शुद्ध आय 4.1 प्रतिशत कम रही।