मीडिया एवं मनोरंजन कंपनी ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज ने अपने सांगठनिक ढांचे में व्यापक बदलाव की घोषणा की है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस कारण उसके करीब 15 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी हो जाएगी।
कंपनी ने कहा, ‘प्रस्तावित ढांचे का उद्देश्य प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए कम लागत वाला चुस्त-दुरुस्त परिचालन मॉडल अपनाना है।’ कंपनी ने फिलहाल यह खुलासा नहीं किया है कि कितने लोगों की छंटनी की जा सकती है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी पुनीत गोयनका ने विभिन्न कारोबारी इकाइयों में टीम के कुछ सदस्यों को पदोन्नति के साथ अधिक जिम्मेदारी देने का प्रस्ताव दिया है। इसके अलावा गोयनका प्रमुख कारोबारी क्षेत्रों का प्रभार खुद ही संभालेंगे। इससे विभिन्न कारोबारी गतिविधियों में आपसी सहयोग बेहतर करने, तत्काल निर्णय लेने और उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
कंपनी ने कहा है कि बोर्ड से आवश्यक मंजूरी एवं मार्गदर्शन मिलने के बाद नए परिचालन ढांचे के बारे में विस्तृत घोषणा की जाएगी। नए ढांचे की मुख्य इकाइयों में प्रसारण, डिजिटल, फिल्म और संगीत शामिल होंगे।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर ज़ी का शेयर आज 152 रुपये पर बंद हुआ और उसका कुल मूल्यांकन 14,628 करोड़ रुपये था। इस साल जनवरी में जापान की कंपनी सोनी कॉरपोरेशन की भारतीय इकाई और ज़ी के बीच विलय का समझौता टूटने के बाद से ज़ी का शेयर दबाव में है। इस साल 1 जनवरी से अभी तक कंपनी का शेयर 44.55 फीसदी लुढ़क चुका है।
गोयनका ने कहा, ‘कंपनी के लिए सरल ढांचा तैयार करने से वृद्धि के प्रमुख वाहक के तौर पर प्रदर्शन और लाभप्रदता पर ध्यान केंद्रित करना सुनिश्चित होगा। बोर्ड को भेजा गया प्रस्तावित नया ढांचा बुनियादी तौर पर इसके अनुरूप है।’
ज़ी बोर्ड के चेयरमैन आर. गोपालन ने कहा कि बोर्ड ने संगठन को सुव्यवस्थित करने और प्रस्तावित हल्के ढांचे के लिए उठाए जा रहे कदमों पर गौर किया है। उन्होंने कहा, ‘बोर्ड फिलहाल उस पर चर्चा कर रहा है मगर प्रस्तावित ढांचा निश्चित तौर पर प्रबंधन को प्रदान किए गए रणनीतिक मार्गदर्शन के अनुरूप है।’
बयान में कहा गया है कि प्रबंधन द्वारा लागू की गई इस योजना के तीन प्रमुख सिद्धांत हैं- मितव्ययिता, अनुकूलन और गुणवत्तापूर्ण सामग्री पर ध्यान केंद्रित करना। संगठन का प्रस्तावित ढांचा इसी के मुताबिक होगा।