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Zomato Q3 Results: जोमैटो को तगड़ा झटका, मुनाफा 57% गिरा, शेयर धड़ाम

जोमैटो की आय 13% बढ़कर ₹5,405 करोड़ पर पहुंची। लेकिन खर्चों की रफ्तार ने मुनाफे पर ब्रेक लगा दिया।

Last Updated- January 20, 2025 | 9:44 PM IST
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ऑनलाइन ऑर्डर पर खाना पहुंचाने वाली कंपनी जोमैटो का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एक साल पहले के मुकाबले 57 फीसदी घटकर 59 करोड़ रुपये रहा गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह 138 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के 176 करोड़ रुपये मुकाबले कंपनी के शुद्ध लाभ में 66.5 फीसदी गिरावट आई है।

समीक्षाधीन अवधि में कंपनी का परिचालन का राजस्व एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 64 फीसदी बढ़कर 5,405 करोड़ रुपये हो गया है, जो बीते वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 3,288 करोड़ रुपये था। इससे पहले की तिमाही (दूसरी तिमाही) में कंपनी का राजस्व 4,799 करोड़ रुपये था।

लाभप्रदता के मोर्चे पर कंपनी का समेकित एबिटा एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 128 फीसदी बढ़कर 285 करोड़ रुपये रहा। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एबिटा में वृद्धि फूड डिलिवरी में आए सुधारों के कारण रही। मगर दूसरी तिमाही के मुकाबले तीसरी तिमाही में सेमिकत एबिटा में 14 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। कंपनी ने कहा कि फूड डिलिवरी मार्जिन में सुधार के बावजूद क्विक कॉमर्स स्टोर नेटवर्क में विस्तार के कारण तिमाही के दौरान एबिटा में गिरावट दर्ज की गई।

पात्र संस्थागत निवेशक (क्यूआईपी) से 8,446 करोड़ रुपये की शुद्ध आय के कारण जोमैटो का नकद बढ़कर 19,235 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी को अपने निदेशक मंडल से क्यूआईपी के जरिए 8,500 करोड़ रुपये तक जुटाने की मंजूरी मिली थी।

फूड डिलिवरी कारोबार

चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी का फूड डिलिवरी कारोबार से समायोजित राजस्व मामूली बढ़कर 2,413 करोड़ रुपये रहा, जो दूसरी तिमाही में 2,340 करोड़ और एक साल पहले की समान अवधि में 2,062 करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में सकल ऑर्डर मूल्य (जीओवी) भी दूसरी तिमाही के 9,913 करोड़ रुपये के मुकाबले बढ़कर 9,690 करोड़ रुपये रहा। बीते वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में जीओवी 8,486 करोड़ रुपये था। हालांकि, एक साल पहले के मुकाबले कंपनी के जीओवी में 17 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, लेकिन कंपनी ने जो पहले कहा था उससे थोड़ा कम है।

ब्लिंकइट

जोमैटो की क्विक कॉमर्स इकाई ब्लिंकइट के राजस्व में 21 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में ब्लिंकइट का राजस्व 1,399 करोड़ रुपये रहा, जो दूसरी तिमाही में 1,156 करोड़ रुपये था। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान प्लेटफॉर्म का जीओवी 27 फीसदी बढ़कर 7,798 करोड़ रुपये रहा, जो चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 6,132 करोड़ रुपये था। हालांकि, तीसरी तिमाही में ब्लिंकइट का औसत ऑर्डर मूल्य 700 रुपये से अधिक रहा और कंपनी के डार्क स्टोर की संख्या भी 1,000 का आंकड़ा पार कर गई। दूसरी तिमाही में कंपनी को औसत 660 रुपये के आर्डर मिलते थे और उसके डार्क स्टोर की संख्या 791 थी, जो तीसरी तिमाही में 1007 हो गई है।

गोइंग आउट और हाइपरप्योर

जोमैटो के गोइंग आउट कारोबार का राजस्व भी तीसरी तिमाही में 68 फीसदी बढ़कर 259 करोड़ रुपये रहा, जो दूसरी तिमाही में 154 करोड़ रुपये और एक साल पहले की समान अवधि में 73 करोड़ रुपये था। कंपनी के इस कारोबारी खंड का जीओवी भी एक तिमाही पहले के 1,849 करोड़ रुपये के मुकाबले बढ़कर 2,495 करोड़ रुपये था। गोइंग आउट का जीओवी पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 858 करोड़ रुपये था। जोमैटो के बिजनेस-टू-बिजनेस सप्लाई कारोबार हाइपरप्योर का राजस्व भी चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 13.4 फीसदी बढ़कर 1,671 करोड़ रुपये रहा है। इस श्रेणी का राजस्व चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 1,473 करोड़ रुपये और बीते वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 859 करोड़ रुपये था।

First Published - January 20, 2025 | 3:41 PM IST

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