Zomato Share Price: खाने-पीने के सामान की ऑनलाइन डिलिवरी करने वाली कंपनी जोमैटो का शेयर आज कारोबार के दौरान सर्वकालिक उच्चतम स्तर 232 रुपये पर पहुंच गया। इसके साथ ही कंपनी के संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल अरबपतियों की जमात में शामिल हो गए।
जोमैटो का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) 2 लाख करोड़ रुपये के कीर्तिमान को पार कर गया। कारोबार की समाप्ति पर जोमैटो का बाजार पूंजीकरण 2,02,226 करोड़ रुपये रहा।
प्रतिष्ठित अरबपतियों की जमात में शामिल गोयल नई पीढ़ी की सूचीबद्ध फर्मों में से दूसरे उद्यमी हैं। इससे पहले नायिका के नाम से सौंदर्य और फैशन उत्पाद बेचने वाली एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर की संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी फाल्गुनी नायर इस प्रतिष्ठित क्लब में शामिल हुई थीं।
हालांकि जोमैटो के गोयल और नायिका की नायर में बड़ा अंतर यह है कि गोयल की कंपनी में महज 4.19 फीसदी हिस्सेदारी है। दूसरी ओर नायर और उनके परिवार के पास एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर की 52.22 फीसदी हिस्सेदारी है।
फूड एग्रीगेटर जोमैटो का शेयर कारोबार के दौरान अपने 52 हफ्ते के उच्च स्तर 232 रुपये पर पहुंच गया था। पिछले साल जुलाई के 76.50 रुपये के निचले स्तर से शेयर करीब 200 फीसदी चढ़ चुका है। कारोबार की समाप्ति पर जोमैटो का शेयर 229.10 रुपये पर बंद हुआ।
गोयल कंपनी के प्रवर्तक नहीं हैं मगर उनकी हिस्सेदारी का मूल्य बढ़कर 8,000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है। गोयल के पास जोमैटो के 36.95 करोड़ शेयर या 4.19 फीसदी हिस्सेदारी है। 229 रुपये के मौजूदा शेयर भाव पर कंपनी में उनकी हिस्सेदारी का मूल्य अब बढ़कर 8,461.55 करोड़ रुपये हो गया है।
कंपनी के, खास तौर पर क्विक कॉमर्स इकाई ब्लिंकइट के प्रदर्शन में सुधार से जोमैटो के शेयर में तेजी देखी जा रही है। इसके अलावा कंपनी ने कुछ शहरों में अपना प्लेटफॉर्म शुल्क 5 रुपये से बढ़ाकर 6 रुपये कर दिया है। इससे भी कंपनी को प्रदर्शन सुधारने में मदद मिलेगी।
वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के नतीजों के बाद जोमैटो ने कहा था कि वित्त वर्ष 2025 के अंत तक ब्लिंकइट के स्टोरों की संख्या 1,000 तक हो जाएगी। 31 मार्च, 2024 के अंत तक इसके स्टोरों की संख्या 526 थी। वित्त वर्ष 2024 की अंतिम तिमाही में ही उसने 75 नए स्टोर खोले थे।
ब्लिंकइट ने वृद्धि के मामले में फूड डिलिवरी कारोबार को भी पीछे छोड़ दिया है। वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में ब्लिंकइट का सकल ऑर्डर मूल्य 4,027 करोड़ रुपये रहा जो वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में 2,046 करोड़ रुपये था।