facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

Page 840: अर्थव्यवस्था समाचार

अर्थव्यवस्था

आयात चित, निर्यात पट

बीएस संवाददाता-May 1, 2009 2:16 PM IST

मंदी से हिचकोले खा रही अर्थव्यवस्था को मिली जुली खबरें मिल रही हैं। आयात और निर्यात के मोर्चे से आई खबरों ने अर्थव्यवस्था को कुछ खुश किया, तो कहीं मायूस भी किया। पिछले कुछ महीनों के दौरान देश में संवेदनशील उत्पादों के आयात में 30.5 फीसदी का इजाफा हुआ है। सबसे अधिक तेजी ऑटो कलपुर्जों […]

आगे पढ़े
अर्थव्यवस्था

एनबीएफसी को चाहिए अधिक जमानत

बीएस संवाददाता-May 1, 2009 1:48 PM IST

यद्यपि उधारी देने में तेजी आ रही है लेकिन जोखिम न उठाने का मामला अभी भी दिख रहा है। गैर-बैंकिंग फाइनैंस कंपनियां (एनबीएफसी) अब ऋण देने के लिए अधिक कोलेटरल (जमानत) की मांग कर रही हैं। एनबीएफसी के सूत्रों ने बताया कि कुछ खास मामलों, जैसे प्रवर्तकों की फंडिंग, में एनबीएफसी ने न केवल जमानत […]

आगे पढ़े
अर्थव्यवस्था

संवेदनशील उत्पादों का आयात बढ़ा

बीएस संवाददाता-April 30, 2009 4:28 PM IST

भारत में संवेदनशील उत्पादों के आयात वित्त वर्ष 2008-09 की अप्रैल से फरवरी की अवधि के दौरान 30.5 फीसदी बढ़कर 43,000 करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 32 953 करोड़ रुपये का आयात हुआ था। संवेदनशील उत्पादों में वे चीजें शामिल हैं, जिनकी घरेलू उद्योग पर पड़ने वाले असर के […]

आगे पढ़े
अर्थव्यवस्था

महंगाई की दर में इजाफा

बीएस संवाददाता-April 30, 2009 2:32 PM IST

महंगाई की दर 18 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान बढ़कर 0.57 फीसदी हो गई। यह इसके पिछले सप्ताह में 0.26 फीसदी के स्तर पर थी। थोक मूल्य सूचकांक 0.6 फीसदी चढ़कर 230 अंक पर आ गया। प्राथमिक वस्तुओं का सूचकांक भी बढ़कर 1.7 फीसदी हो गई है, जबकि विनिर्मित वस्तुओं के सूचकांक में […]

आगे पढ़े
अर्थव्यवस्था

उजड़े चमन में खिल गए उम्मीदों के फूल

बीएस संवाददाता-April 28, 2009 8:11 AM IST

हर कोई इस वक्त मंदी के दौर के जल्द से जल्द बीतने की दुआ कर रहा है। वैसे तो कोई भी इस बात को पक्के तौर पर नहीं कह सकता कि मंदी का काला साया आखिर कब तक वैश्विक अर्थव्यवस्था को बेहाल करके रखेगा। लेकिन यूबीएस के ताजा सूचकांक के मुताबिक मंदी का दौर इसी […]

आगे पढ़े
अर्थव्यवस्था

मंदी की मंझधार में सीडीआर की नैया पर सवार

बीएस संवाददाता-April 25, 2009 2:30 PM IST

दुनिया भर में फैली हुई आर्थिक मंदी और नकदी की किल्लत ने भारतीय कंपनियों की वित्तीय सेहत भी बिगाड़ कर रख दी है। खास तौर पर अक्टूबर 2008 से इन पर ज्यादा बोझ पड़ा है। इसीलिए पहले से कहीं ज्यादा कंपनियां अपने कर्ज के भूत का इलाज ढूंढने पर जुट गई हैं। भारतीय रिजर्व बैंक […]

आगे पढ़े
अर्थव्यवस्था

जीवन बीमा कंपनियों ने जुटाई अतिरिक्त पूंजी

बीएस संवाददाता-April 23, 2009 8:52 AM IST

जीवन बीमा कंपनियों ने साल 2007-08 में 4,172.01 करोड रुपये की अतिरिक्त पूंजी जोड़ी है। 31 मार्च 20078 को जीवन बीमा कंपनियों की कुल पूंजी 12,196.42 करोड रुपये थी। साल 2007-08 में बीमा कंपनियों ने देश में अपनी उपस्थिति में 65 प्रतिशरत का इजाफा भी किया। भातीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के साल […]

आगे पढ़े
अर्थव्यवस्था

‘भारत में शून्य दर जैसा कोई विकल्प नहीं’

बीएस संवाददाता-April 23, 2009 8:49 AM IST

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डी सुब्बाराव अपने पहले सात महीने की नौकरी को चुनौतीपूर्ण बताते हैं। आंशिक रूप से वे इसका श्रेय अनिश्चित वैश्विक आर्थिक माहौल और देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में खुद को व्यवस्थित करने को देते हैं। लेकिन, इससे उनकी मौद्रिक नीति घोषणा पर काम करने में कोई अड़चन नहीं आई। […]

आगे पढ़े
अर्थव्यवस्था

ग्राहकों के लिए और खुल सकती है तिजोरी

बीएस संवाददाता-April 22, 2009 8:25 AM IST

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा वित्त वर्ष 2009-10 के लिए घोषित अपनी सालाना मौद्रिक नीति में रेपो और रिवर्स रेपो दरों में 0.25 फीसदी की कटौती से आवास और कॉरपोरेट उधारी की दरों में कमी किए जाने की संभावना बढ़ गई है। विभिन्न बैंकों, वित्तीय संस्थाओं आदि ने केंद्रीय बैंक की इस पहल को लेकर मिली-जुली […]

आगे पढ़े
अर्थव्यवस्था

आरबीआई ने गेंद फेंकी बैंकों के पाले में

बीएस संवाददाता-April 22, 2009 8:10 AM IST

मंदी के दौर में कर्ज सस्ता करने का एक और मौका भारतीय रिजर्व बैंक आरबीआई ने आज तमाम बैंकों को दे दिया। मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए बैंक ने अपनी मुख्य दरों में कटौती का ऐलान कर दिया। रेपो और रिवर्स रेपो दर में आरबीआई ने 25-25 आधार अंकों की कटौती कर दी है। […]

आगे पढ़े
1 838 839 840 841 842 906