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दिल्ली में भाजपा ने दलित इलाकों में पैठ बनाई, अल्पसंख्यक क्षेत्रों में ‘इंडिया’ का दबदबा

दिल्ली विधानसभा में कोंडली सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले कुमार को इस सीट पर मल्होत्रा ​से भी कम वोट मिले। कुमार को 57,985 और मल्होत्रा ​​को 59,551 वोट हासिल हुए।

Last Updated- June 06, 2024 | 3:36 PM IST
BJP and Congress
Representative Image

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली की अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित विधानसभा क्षेत्रों में अपनी पैठ बनाई है, जबकि ‘इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के उम्मीदवारों ने मुस्लिम समुदाय के प्रभाव वाले क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन किया है।

भाजपा ने लगातार तीसरी बार दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीट पर जीत हासिल की है और ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस को करारी शिकस्त दी। दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीट में से 13 अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित हैं। इन सभी सीट का प्रतिनिधित्व फिलहाल ‘आप’ के विधायक कर रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी की प्रत्येक लोकसभा सीट के अधीन 10 विधानसभा क्षेत्र आते हैं।

दिल्ली के सात विधानसभा क्षेत्रों में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है और ये इलाके चांदनी चौक, उत्तर-पूर्वी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्रों के तहत आते हैं।

दिल्ली के विधानसभा चुनावों में इन सुरक्षित सीट पर भाजपा का रिकॉर्ड बेहद खराब है। पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से जीतने वाले भाजपा उम्मीदवार हर्ष मल्होत्रा को अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित कोंडली और त्रिलोकपुरी विधानसभा क्षेत्र में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी ‘आप’ के कुलदीप कुमार से अधिक मत हासिल हुए हैं।

दिल्ली विधानसभा में कोंडली सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले कुमार को इस सीट पर मल्होत्रा ​से भी कम वोट मिले। कुमार को 57,985 और मल्होत्रा ​​को 59,551 वोट हासिल हुए। उत्तर-पूर्वी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कन्हैया कुमार को हराकर जीत हासिल करने वाले मनोज तिवारी को गोलकपुरी (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र में 80,757 वोट मिले जबकि कन्हैया कुमार 70,159 वोट ही बटोर पाए।

सीमापुरी (सुरक्षित) सीट से कुमार को तिवारी की तुलना में थोड़े अधिक वोट मिले। कुमार को जहां 66,604 वोट हासिल हुए, वहीं तिवारी 61,017 मत प्राप्त करने में कामयाब रहे। उत्तर पश्चिम दिल्ली (सुरक्षित) लोकसभा सीट पर भाजपा के योगेंद्र चंदोलिया ने कांग्रेस के उदित राज को 2.9 लाख से अधिक मतों से हराया।

चंदोलिया को लोकसभा सीट के अधीन आने वाली अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित बवाना, नांगलोई जाट और मंगोलपुरी विधानसभा क्षेत्रों में भी अधिक वोट मिले, जबकि राज को सुल्तानपुरी (सुरक्षित) सीट पर ही ज्यादा वोट मिल पाये। नयी दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार बांसुरी स्वराज को करोलबाग (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र में 52,562 वोट मिले, जबकि ‘आप’ उम्मीदवार सोमनाथ भारती को 45,416 वोट ही मिले।

पटेल नगर (सुरक्षित) सीट पर भी स्वराज को भारती से ज्यादा वोट मिले। पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट के अधीन आने वाले मादीपुर (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र में कमलजीत सहरावत को भी अधिक वोट मिले। उन्होंने ‘आप’ के महाबल मिश्रा को 1.9 लाख से अधिक मतों के अंतर से हराया।

दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा के विजयी उम्मीदवार रामवीर सिंह बिधूड़ी ने भी देवली (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र में ‘आप’ के उम्मीदवार सही राम से ज्यादा वोट बटोरो। ‘इंडिया’ के उम्मीदवारों का प्रदर्शन उन विधानसभा क्षेत्रों में बेहतर रहा जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी थी। कांग्रेस के कन्हैया कुमार को सीलमपुर, बाबरपुर और मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के तिवारी से कहीं अधिक वोट मिले, जहां मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है।

सीलमपुर में कन्हैया को 88,708 वोट मिले, जबकि तिवारी 37,697 वोट ही हासिल कर पाये। कांग्रेस के जे.पी. अग्रवाल को चांदनी चौक लोकसभा सीट के अधीन आने वाले मटिया महल, चांदनी चौक और बल्लीमारान विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के प्रवीण खंडेलवाल से अधिक वोट मिले।

अग्रवाल को मटिया महल में 65,912 वोट मिले, जबकि खंडेलवाल को 18,299 वोट मिले, लेकिन आखिर में वह अपने संसदीय क्षेत्र में जीत हासिल करने में कामयाब रहे। पूर्वी दिल्ली संसदीय सीट के ओखला (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र से ‘आप’ उम्मीदवार कुलदीप कुमार भी भाजपा के हर्ष मल्होत्रा ​से ज्यादा वोट पाने में सफल रहे।

 

First Published - June 6, 2024 | 3:36 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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