facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

लोकसभा चुनाव 2024: छठे चरण में हुए 62 फीसदी मतदान, 2019 के मुकाबले हरियाणा में सबसे कम पड़े वोट

झारखंड के जमशेदपुर और धनबाद में पांच साल पहले जितता ही मतदान हुआ। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर और पुरी में 2019 के मुकाबले ज्यादा मतदान हुआ।

Last Updated- May 26, 2024 | 9:43 PM IST
Political turmoil: Increasing importance of women voters महिला मतदाताओं की बढ़ती अहमियत

6th Phase Voting Percentage: लोक सभा चुनाव के लिए शनिवार को छठे चरण की 58 सीटों पर हुए मतदान में 62 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चुनाव आयोग के ऐप पर रविवार दोपहर तक जारी आंकड़ों के मुताबिक यह पांच साल पहले की तुलना में दो फीसदी कम है। सबसे ज्यादा 8 फीसदी गिरावट हरियाणा में हुई जहां साल 2019 के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सभी दस सीटों पर चुनाव जीती थी। हरियाणा में इसी साल अक्टूबर में विधान सभा चुनाव होने हैं।

कश्मीर घाटी की तीसरी और आखिरी लोक सभा सीट अनंतनाग में करीब 55 फीसदी मतदान हुआ। पांच साल पहले अनंतनाग में महज 8.98 फीसदी मतदान हुआ था, जो देश भर में सबसे खराब था। शनिवार को हुए मतदान की तुलना साल 2019 के आंकड़ों से नहीं की जा सकती है क्योंकि परिसीमन के बाद निर्वाचन क्षेत्र की सीमाएं बदल गई हैं और अब इसमें जम्मू के राजौरी और पुंछ भी शामिल हो गए हैं।

निर्वाचन आयोग ने कहा कि अनंतनाग, पुंछ, कुलगाम जिलों में और आंशिक रूप से राजौरी एवं शोपियां जिलों में मतदान 1989 के बाद अथवा बीते 35 वर्षों में सर्वाधिक था। श्रीनगर (38.49 फीसदी) और बारामूला (59.1 फीसदी) की लोक सभा सीटों पर क्रमशः 13 मई और 20 मई को चुनाव हुए थे और ये कई दशकों में सर्वाधिक था।

झारखंड के जमशेदपुर और धनबाद में पांच साल पहले जितता ही मतदान हुआ। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर और पुरी में 2019 के मुकाबले ज्यादा मतदान हुआ जबकि संबलपुर में मतदान पिछली बार जितना ही था। इस बार दिल्ली में साल 2019 से 2 फीसदी कम मतदान हुआ। साल 2014 में 65.10 फीसदी मतदान हुआ था।

First Published - May 26, 2024 | 9:43 PM IST

संबंधित पोस्ट