मार्च के दौरान अधिकांश निवेशक बाजार में निवेश के ऐसे अवसरों की तलाश कर रहे थे जो दोहरे इंडेक्सेशन का लाभ दे सके। इसके पीछे निवेशकों की मंशा कर संबंधी बोझ को ज्यादा से ज्यादा कम कर बेहतर प्रतिफल पाना था। दोहरे इंडेक्सेशन का लाभ निवेशकों को किसी खास वित्तीय इंस्ट्रूमेंट में किसी खास अवधि […]
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सोने की कीमतों में बढोतरी को देखते हुए निवेशकों का रुझान इस तरफ बढ़ा है। आभूषणों के साथ-साथ एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों (ईटीएफ) में निवेशकों ने अच्छा खासा निवेश किया है। लेकिन, आभूषणों की खरीदारी करने वालों के लिए थोड़ी समस्या उसके सुरक्षित रख रखाव से जुड़ी हुई है। आभूषणों की सुरक्षा के लिए बीमा की […]
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कभी कभार सार्वजनिक आंकड़ों में भारी विरोधाभास देखने को मिलता है। उदाहरण के लिए, आधिकारिक आकलन दर्शाते हैं कि चौथी तिमाही के परिणामों के आधार पर साल 2008-09 में सकल घरेलू उत्पादों की विकास दर (जीडीपी ग्रोथ रेट) 6.5 से 7.1 प्रतिशत के बीच रहेगी। अंतिम बजट के आकलन के मुताबिक साल 2009-10 में जीडीपी […]
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आम तौर पर जब बाजार में नियमित उत्पाद कुछ खास कर पाने में सफल नहीं हो पाते हैं तो वित्तीय संस्थानों को नए उत्पाद लाने पर मजबूर होना पड़ता है। ठीक यही काम आजकल बीमा उद्योग से जुडी क़ंपनियां कर रही हैं। दिसंबर के आस-पास कुछ बीमा कंपनियों ने नई तरकीब निकाली और निवेशकों को […]
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मंदी के माहौल में जब सकल घरेलू उत्पाद की विकास दर धीमी हो रही हो, औद्योगिक उत्पाद और निवेश में गिरावट दर्ज की जा रही हो, ऐसे समय में कुछ बुनियादी ढांचा क्षेत्रों के उत्पादन में बढ़ोतरी सुखद संकेत है। जिन क्षेत्रों के उत्पादन में वृद्धि हो रही है, उनमें स्टील, वाहन, सीमेंट और पूंजीगत […]
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इस हफ्ते अस्थिरता के बावजूद बाजार में बढ़त दिखी। निफ्टी 2.9 फीसदी चढ़कर 2,695 अंक तक पहुंच गया। जबकि सेंसेक्स 5.2 फीसदी चढ़कर 8,756 अंक पर बंद हुआ। डेफ्टी भी बढ़त के इस दौर में 2.8 फीसदी ऊपर चढ़ा। इसकी वजह यह भी थी कि पिछले कुछ हफ्ते से रुपये में जो गिरावट आई थी […]
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इस हफ्ते जोरदार खरीदारी का रुख कायम रहा जिसमें थोड़ा अंतराल आ गया था। कश्यप पुजारा को छोड़कर इन फंड मैनेजरों ने 13 मार्च को खत्म हुए सप्ताह में 1.67 लाख रुपये तक की शुद्ध खरीदारी की। पिछले हफ्ते तीन फंड मैनेजरों ने 25 सौदे किए, इसमें से 16 सौदे खरीदारी के सौदे थे और […]
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मंदी के दौर में निवेश विकल्पों को तलाशना काफी मुश्किल काम है। शेयर बाजारों की हवा निकली हुई है। सोने को छोड़कर सभी कमोडिटीज की कीमतों में भी काफी गिरावट आई है। मिसाल के तौर पर कच्चे तेल को ही ले लीजिए, जो 147 डॉलर प्रति बैरेल के शिखर से उतर आज 45 डॉलर प्रति […]
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ऊर्जा क्षेत्र से जुड़ी इंजीनियरिंग कंपनियां फिर से चर्चा में हैं। वजह है, उन्हें ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर से मिल रहे मोटे ऑर्डर। 2008 के आखिर के महीनों की खामोशी के बाद अब घरेलू और विदेशी बाजार से उन्हें मोटे ऑर्डर मिल रहे हैं। कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन (केपीटीएल) घरेलू ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन बाजार के बड़े […]
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कल तक भरोसे का प्रतीक रहा सत्यम कंप्यूटर, आज हेरा-फेरी का नूमना बन चुका है। कंपनी में हुई हेराफेरी ने कॉर्पोरेट इंडिया को उसका सबसे घोटाला दिया। लेकिन इससे भी अहम बात यह है कि इस हेराफेरी की वजह से कई निवेशकों की पूंजी मिट्टी मिल गई क्योंकि कंपनी के शेयर तीन महीने में 75 […]
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