लगातार 8वें दिन गिरावट की ओर अग्रसर होते हुए भारतीय रुपया आज शुरुआती कारोबार के दौरान अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 52 के स्तर पर पहुंच गया। अन्य एशियाई मुद्राओं में मिश्रित कारोबार का रुख और आयातकों द्वारा डॉलर की बढ़ती मांग के कारण रुपये में गिरावट देखी जा रही है। अंतरबैंकिंग विदेशी मुद्रा बाजार में […]
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वित्त मंत्रालय ने एस. श्रीधर को सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (सीबीआई) का अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक नियुक्त किया है। इससे पहले श्रीधर नैशनल हाउसिंग बोर्ड (एनएचबी) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक थे। वे एक्जिम बैंक के कार्यकारी निदेशक का पद भी संभाल चुके हैं।
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लगातार 6 दिनों की गिरावट के बाद आज भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 19 पैसे मजबूत हुआ है। शुरुआती कारोबार के दौरान ऊपरी स्तरों पर डॉलर की बिक्री और डॉलर के मुकाबले अन्य विदेशी मुद्राओं में आई तेजी के चलते रुपये में भी तेजी देखी गई है। अंतरबैंकिंग विदेशी मुद्रा बाजार में भारतीय रुपया […]
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अंतरराष्ट्रीय पुनर्बीमा कंपनियों के वित्तीय संकट से सामान्य बीमा कंपनियों (जीआईसी ) को काफी मदद मिली है। पिछले साल की तुलना में राष्ट्रीय पुनर्बीमा कंपनी की नई पॉलिसियों के 1 जनवरी 2009 के नवीणीकरण में 20 फीसदी तक की बढोतरी हुई है। गौरतलब है कि जीआईसी ने दुबई में अपने कारोबार को वर्ष 2008-09 में […]
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मंदी के बावजूद मौजूदा वर्ष में निजी बीमर्ाकत्ता कंपनी मैक्स न्यूयॉर्क लाइफ इंश्योरेंस उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अपने 4,500 एजेंट नियुक्त करेगी। इन राज्यों में पहले से ही कंपनी के पास 5,500 बीमा एजेंट हैं। मैक्स न्यूयॉर्क लाइफ के प्रबंध निदेशक संजीव मेघानी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि कंपनी मंदी के बावजूद अपनी […]
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सरकारी बैंकों ने भले ही ग्राहकों को लुभाने के लिए विशेष आवासीय ऋण योजना के तहत दरों में कटौती का एलान किया हो लेकिन इसके बावजूद ग्राहकों ने इनमें कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई है। इसका अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि आवासीय ऋणों पर ब्याज में 2 फीसदी की कटौती के […]
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पिछले कुछ महीनों पहले तक 10 लाख रुपये से ऊपर की स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियां चाहने वालों के पास बहुत कम विकल्प मौजूद थे। कुछ निजी बीमा कंपनियां ही 10 लाख रुपये तक की पॉलिसियां ऑफर कर रही थीं जबकि सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियां अधिकतम 5 लाख रुपये तक की बीमा पॉलिसियां दे रही थीं। […]
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छह महीने पहले अनियंत्रित मुद्रास्फीति के बारे में बात की जा रही थी। सालभर पहले जाने-माने अर्थशास्त्री रुझानों के आधार पर कह रहे थे कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृध्दि दर 8 फीसदी से ऊपर रहेगी। लेकिन ये सब बातें अब बड़ी तेजी से बदल गई हैं। पिछले महीने सरकारी प्रवक्ताओं ने […]
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लगभग पिछले एक साल से ‘कैश इज किंग’ कई निवेशकों का नारा रहा है। जनवरी, 2008 के बाद शेयर बाजारों के तेजी से फिसलने के साथ उन्होंने सुरक्षात्मक नजरिया अख्तियार कर लिया है। लेकिन कई निवेशकों के लिए यह अनवरत सवाल बन गया है कि क्या उन्हें अपना पैसा सिर्फ बैंकों में जमा रखना चाहिए। […]
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मौजूदा आर्थिक मंदी के असर को ध्यान में रखते हुए क्रेडिट कार्ड कंपनियों ने बकाये को लेकर अपने ग्राहकों के प्रति काफी नरम रवैया अख्तियार करना शुरू कर दिया है। ये कंपनियां बकाया संबंधी समस्याओं के निपटान के लिए ग्राहकों की मदद के लिए इच्छुक दिख रही हैं। पिछले एक साल में क्रेडिट कार्ड बकाया […]
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