चौथे स्थान से पांचवे स्थान में खिसक जाने के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा अपने स्थान को फिर से प्राप्त करने के लिए प्रसार अभियानों से लेकर अधिग्रहण सभी तरीको को अपना रहा है। 31 मार्च को समाप्त हुए वित्त्तीय वर्ष में बैंक ऑफ बडाेदा का कुल कारोबार 2,59,000 करोड़ रुपये रहा और बैंक इस साल […]
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ऊंचे ईएमआई दरों से पिंड छुड़ाने का कोई तरीका नहीं है। देश के दूसरे सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक आईसीआईसीआई बैंक और सबसे बड़े मॉर्गेज प्लेयर एचडीएफसी ने कर्ज दरों में इजाफा करने का फैसला लिया है। एचडीएफसी के मुताबिक अब नए कज लेनेवालों को नए फ्लोटिंग रेट के तहत कम से कम 11 फीसदी की […]
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स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन ओम प्रकाश भट्ट ने कहा है कि बैंकों को लोन से हो रहा प्रॉफिट कम हो सकता है। नतीजतन वे प्रॉफिट के लिए दूसरे क्षेत्रों की ओर मुड़ने को मजबूर होंगे। भट्ट ने बताया कि सभी सरकारी बैंकों का नेट इंट्रस्ट मार्जिन या कर्ज की दर और जमाकर्ताओं से […]
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पिछले तीन सालों के दरम्यान अगर कोई बैंकों के नेट एनपीए के उतार-चढ़ाव की बात करे तो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के नेट एनपीए में कुल 24 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है। मालूम हो कि कोई कर्ज परिसंपत्ति एनपीए में तब्दील हो जाती है अगर ब्याज 90 दिनों तक चुकाया नहीं जाता है। नेट […]
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इलाहाबाद बैंक ने अपने प्राइम लेंडिंग दरों में बढ़ोतरी कर दी है। बैंक ने पीएलआर को आधा प्रतिशत बढ़ाकर 13.50 प्रतिशत कर दिया है और यह पहली जुलाई 2008 से प्रभावी होगी। बैंक ने जारी अपने एक बयान में कहा है कि पिछले दिनों रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट और सीआरआर में बढ़ोतरी किए जाने […]
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पिछले साल जब विनोद बजाज, उम्र 62 वर्ष, एक निजी क्षेत्र की बीमा कंपनी के पास स्वास्थ्य बीमा लेने के लिए पहुंचे, उन्हें बीमा खरीदने के लिए काफी कुछ सुनाया गया। कारण, वे पिछले 19 वर्षों से मधुमेह के रोगी हैं। यहां तक कि विभाग अधिकारी ने उन्हें डांटा-फटकारा भी कि वे ऐसे में ऐसी […]
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मैंने सरदार सरोवर नर्मदा निगम में जनवरी 1994 में डीप डिस्काउंट बॉन्ड्स (डीडीबी) में 3,600 रुपये निवेश किए थे। ये योजना इस वर्ष परिपक्व होने वाली है और मुझे लगभग 50 हजार रुपये मिलने वाले हैं। इसके साथ ही लगभग 46,400 रुपये का लाभ होने वाला है। इस पैसे पर आय पर ब्याज के रूप […]
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निवेश बाजार का ब्रांड लीडर डाक बचत पिछले 3-4 वर्षों से निवेश के लिहाज से पिछड़ता जा रहा है। हमारे देश में शुरू से ही आम निवेशकों के लिए बचत का सर्व सुलभ और बढ़िया जगह डाकघर ही रहा है। लेकिन आज यही डाकघर अपने निवेशकों की बाट जोह रहा है। और जो निवेशक डाकघर […]
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भारतीय-अमेरिकी परमाणु समझौते को लेकर जैसी भ्रामक और बगैर ठोस जानकारी के जो बहस चल रही है वैसी कभी कभार ही होती है। किसी को सच में अंदाजा नहीं है कि इसका परिणाम अच्छा होगा या बुरा। राजनीतिक नेता और अर्थशास्त्री विज्ञान के अनुसार नहीं चलते, वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को वृहत आर्थिक और सामरिक पहलुओं […]
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भारत में यात्री विमानन कंपनियों का फिलहाल प्रतिकूल समय चल रहा है। पहले से ही कराह रहे इस उद्योग की हालत एविएशन टरबाइन फ्युएल (एटीएफ) की कीमतों में हुई वृध्दि से और दयनीय हो गई है। पिछले चार सालों में एटीएफ की कीमत में तीन गुना वृध्दि हुई है। पिछले पांच महीनों में ही इसमें […]
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