प्राइवेट कंपनियों में अपने कर्मियों के बीमा,ग्रैच्युटी,रिटायरमेंट प्रोग्रामों को बीमा कंपनियों से अंजाम देने का चलन बढ़ा है। इससे बीमा कंपनियों की आय में खासा इजाफा हो रहा है। इस चलन की शुरूआत महज दो साल पहले ही हुई थी,और इन दो सालों के भीतर ही अब सेल,निकोलस पीरामल, विशाखापत्तनम पोर्ट भी बीमा कंपनियों से […]
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बढ़ती महंगाई के दौर में निवेशक को थोड़ी ज्यादा सावधानियां बरतनी चाहिए। एक तरफ खर्च का पलड़ा ऊपर की तरफ उठता है, क्योंकि इस्तेमाल होने वाली चीजों पर भी महंगाई की मार पड़ गई है और वे भी पहले से महंगी हो चुकी हैं। वहीं दूसरी ओर निवेश की कीमत या मूल्य कम होता है, […]
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नौकरी का लंबा दौर खत्म होने के बाद सेवानिवृत्ति का वक्त ऐसा होता है, जिसमें आपको एक निश्चित पैसे की जरूरत होती है जिससे आप और आपका जीवनसाथी अपनी पसंद-नापसंद को ध्यान में रखते हुए बेहतर जिंदगी बीता सके। जब भी सेवानिवृत्ति की योजना बनाते हैं, तब सबसे पहला और अहम सवाल यही दिमाग में […]
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बड़ी तेजी के साथ कई योजनाएं क्रेडिट कार्ड को भुगतान करने के लिए एक माध्यम के रूप में अपनी मंजूरी दे रही हैं। फिलवक्त, बीमा भुगतान क्रेडिट कार्ड के जरिये किए जा सकते हैं। जल्द ही म्युचुअल फंड निवेशों में भी कार्ड को मंजूरी मिल सकती है। निवेशकों के लिए यह काफी आसान रास्ता होगा, […]
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चीनी और सीमेंट के बाद शायद स्टील की शामत आ गई क्योंकि बढ़ती स्टील की कीमतों को नियंत्रित करने के सरकारी प्रयास शुरु हो गए। स्टील की कीमतों को नियंत्रित करने की मुख्य वजह देश में बढ़ती महंगाई को काबू करना है। हालांकि स्टील की कीमतों को नियंत्रित करने से महंगाई तो काबू आ जाएगी […]
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कांट्रेक्ट रिसर्च एंड मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज (सीआरएएमएस) कंपनी जुबिलैंट आर्गे-नोसिस राजस्व में इजाफे के लिए अपनी विस्तार योजनाओं और आउटसोर्सिंग पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी को फार्मास्युटिकल्स और लाइफ साइंस प्रॉडक्ट्स बिजनेस में विकास की उम्मीद है। इस बिजनेस के दायरे में सीआरएएमएस, ड्रग्स डिस्कवरी और डोसेज फार्म्स आते हैं। वास्तव में इंडस्ट्रीयल और […]
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सरलता एक हल की गई जटिलता और शक्तिशाली निवेश करने का जरिया है। यह बात किसी निवेश विशेषज्ञ ने नहीं बल्कि दार्शनिकों और पेंटरों ने कहा था। सरलता के संबंध में हमारे पास नोबेल पुरस्कार भी था,जो वैसे विचारों को मिलता था,जिनमें बिना मनोविज्ञान के आर्थिक अवधारणाओं को बताने की कोशिश नहीं होती थी। इसके […]
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कच्चे तेलों की कीमतें 135 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचने और रिजर्व एक्रीशन रेट के 100 फीसदी से नीचे फिसलने के कारण तेल संबंधी खोज और उत्पादन पर निवेश करना अवश्यंभावी हो गया है। बहरहाल,तेल कुओं की कमी के चलते इनकी कीमतों में उछाल जारी रहेंगे। आलम यह है कि शिपयार्ड अब तीन से ज्यादा […]
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पिछले हफ्ते शेयर बाजार में घरेलू और विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारी बिकवाली की वजह से खासी गिरावट रही। निफ्टी 4.09 फीसदी गिरकर 4946.5 अंकों पर आ गया जबकि डेफ्टी भी 4.20 फीसदी की कमजोरी के साथ बंद हुआ, इस दौरान रुपए की कीमत भी टूटकर 42.85 प्रति डॉलर पर रही। सेंसेक्स 4.5 फीसदी की […]
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चौथी तिमाही(2007-08)में फेडरल बैंक के शुद्ध मुनाफे में पिछले साल की चौथी तिमाही के मुकाबले में महज 3.64 फीसदी का इजाफा हुआ और यह बढ़कर 102.86 करोड़ रूपये का हो गया है। हालांकि 2006-07 के वित्तीय साल के मुकाबले बैंक के शुद्ध मुनाफे में साल 2007-08 में 25.73 फीसदी का इजाफा दर्ज हुआ है। इसके […]
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