मुंबई की एक अदालत ने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में गिरफ्तार दो में से एक आरोपी को रविवार को 21 अक्टूबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। अदालत ने पुलिस को दूसरे आरोपी की उम्र पता लगाने के लिए उसका अस्थि परीक्षण कराने का निर्देश दिया क्योंकि उसने नाबालिग होने का दावा किया है।
सिद्दीकी (66) को शनिवार रात करीब साढ़े नौ बजे बांद्रा ईस्ट के निर्मल नगर इलाके में गोली मार दी गई और कुछ देर बाद पास के लीलावती अस्पताल में उनकी मौत हो गई।
हरियाणा के निवासी आरोपी गुरमेल सिंह और उत्तर प्रदेश के निवासी धर्मराज कश्यप की हिरासत की मांग करते हुए पुलिस ने अदालत से कहा कि वह यह जांच करना चाहती है कि क्या महाराष्ट्र में आगमी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते इस वारदात को अंजाम दिया गया।
पुलिस ने यह भी कहा कि आरोपियों से 28 गोलियां बरामद की गई हैं और विस्तृत जानकारी प्राप्त करने तथा आगे कोई वारदात होने से रोकने के लिए हिरासत में पूछताछ की जरूरत है। पुलिस ने बताया कि मामले में दो लोगों की तलाश जारी है और जांच के लिए दस टीम गठित की गई हैं।
अदालत ने सिंह को 21 अक्टूबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया, जबकि कश्यप की उम्र पता लगाने के लिए अस्थि परीक्षण का आदेश दिया। अदालत ने पुलिस को निर्देश दिया कि वह दूसरे आरोपी को जांच के बाद फिर से पेश करे। इसके बाद अदालत तय करेगी कि उसके खिलाफ कार्यवाही किशोर न्यायालय में होगी या नहीं।
कांग्रेस ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में रविवार को गहन जांच की मांग की और कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस को कानून व्यवस्था की विफलता के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की महायुति सरकार अपने नेताओं और मुंबई के लोगों को सुरक्षा देने में विफल रही है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या का राजनीतिकरण न किया जाए और राज्य सरकार दोषियों को सजा मिलने तक चैन से नहीं बैठेगी। अजित पवार रविवार को मुंबई के कूपर अस्पताल पहुंचे, जहां बाबा सिद्दीकी का पोस्टमार्टम किया गया। उन्होंने कहा कि राकांपा बाबा सिद्दीकी की मौत से बहुत दुखी है जो ऐसे नेता थे जिन्हें काफी लोग बहुत प्यार करते थे और व्यक्तिगत रूप से उन्होंने एक प्रिय मित्र को खो दिया है जिसे वह वर्षों से जानते थे।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी को जब गोली मारी गई, उस दौरान उनकी सुरक्षा में एक पुलिस कांस्टेबल तैनात था। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस एक सोशल मीडिया पोस्ट की भी पुष्टि कर रही है जिसमें लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक कथित सदस्य ने हत्या की जिम्मेदारी ली है।