26 Rafale Marine jets Deal: भारत ने फ्रांस के साथ गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट एग्रीमेंट के जरिए 26 राफेल मरीन लड़ाकू विमानों (Rafale Marine jets) की खरीद को मंजूरी दे दी है। न्यूज एजेंसी ANI ने सरकारी सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। 63,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की यह डील साइन हो सकती है। इस समझौते के अंतर्गत भारतीय नौसेना को 22 सिंगल-सीट और 4 ट्विन-सीट राफेल मरीन विमान प्राप्त होंगे।
जुलाई 2023 में रक्षा मंत्रालय ने फ्रांस से राफेल-M फाइटर जेट्स खरीदने को मंजूरी दी थी। इन जेट्स का इस्तेमाल मुख्य रूप से देश में निर्मित एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत पर किया जाएगा।
इन 26 राफेल मरीन फाइटर जेट्स की डिलीवरी करीब चार साल में शुरू होने की उम्मीद है। पहला बैच 2029 के अंत तक नौसेना को मिल सकता है, जबकि 2031 तक सभी विमानों की तैनाती पूरी हो सकती है।
इन विमानों को शामिल किए जाने के बाद इन्हें INS विक्रमादित्य और स्वदेशी INS विक्रांत पर तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही पुराने MiG-29K फ्लीट को अलग-अलग फेज में हटाया जाएगा।
इस समझौते से भारतीय वायु सेना (IAF) की ताकत और बढ़ सकती है। नए राफेल मरीन फाइटर जेट्स IAF के “buddy-buddy” एरियल रिफ्यूलिंग सिस्टम को भी मजबूती देंगे। इस सिस्टम में 10 तक राफेल विमान एक-दूसरे को हवा में ही ईंधन भरने में सक्षम होंगे, जिससे उनकी ऑपरेशनल रेंज में तगड़ा इजाफा होगा।