facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

₹63,000 करोड़ की बड़ी डिफेंस डील, फ्रांस से 26 Rafale Marine jets खरीदेगा भारत; इंडियन नेवी की बढ़ेगी ताकत

26 Rafale Marine jets Deal: भारत और फ्रांस के बीच 26 राफेल मरीन लड़ाकू विमानों की डील को मंजूरी मिल गई। इनकी INS विक्रांत और विक्रमादित्य पर तैनाती की तैयारी है।

Last Updated- April 09, 2025 | 2:03 PM IST
Rafale fuselage to be made in India under Tata-Dassault tie-up
Photo credit: Dassault Aviation

26 Rafale Marine jets Deal: भारत ने फ्रांस के साथ गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट एग्रीमेंट के जरिए 26 राफेल मरीन लड़ाकू विमानों (Rafale Marine jets) की खरीद को मंजूरी दे दी है। न्यूज एजेंसी ANI ने सरकारी सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। 63,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की यह डील साइन हो सकती है। इस समझौते के अंतर्गत भारतीय नौसेना को 22 सिंगल-सीट और 4 ट्विन-सीट राफेल मरीन विमान प्राप्त होंगे।

2029 से शुरू होगी डिलिवरी

जुलाई 2023 में रक्षा मंत्रालय ने फ्रांस से राफेल-M फाइटर जेट्स खरीदने को मंजूरी दी थी। इन जेट्स का इस्तेमाल मुख्य रूप से देश में निर्मित एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत पर किया जाएगा।
इन 26 राफेल मरीन फाइटर जेट्स की डिलीवरी करीब चार साल में शुरू होने की उम्मीद है। पहला बैच 2029 के अंत तक नौसेना को मिल सकता है, जबकि 2031 तक सभी विमानों की तैनाती पूरी हो सकती है।

इन विमानों को शामिल किए जाने के बाद इन्हें INS विक्रमादित्य और स्वदेशी INS विक्रांत पर तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही पुराने MiG-29K फ्लीट को अलग-अलग फेज में हटाया जाएगा।

IAF की भी बढ़ेगी ताकत

इस समझौते से भारतीय वायु सेना (IAF) की ताकत और बढ़ सकती है। नए राफेल मरीन फाइटर जेट्स IAF के “buddy-buddy” एरियल रिफ्यूलिंग सिस्टम को भी मजबूती देंगे। इस सिस्टम में 10 तक राफेल विमान एक-दूसरे को हवा में ही ईंधन भरने में सक्षम होंगे, जिससे उनकी ऑपरेशनल रेंज में तगड़ा इजाफा होगा।

First Published - April 9, 2025 | 1:53 PM IST

संबंधित पोस्ट