दिल्ली हवाई अड्डे ने अपने अंतरराष्ट्रीय आगमन द्वार पर बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन कियोस्क लगाए हैं। आवेदन प्रक्रिया के दौरान अपनी बायोमेट्रिक जानकारी दिए बिना वैध वीजा पाने वाले यात्रियों की आव्रजन प्रक्रिया तेज करने के मकसद से ये कियोस्क लगाए गए हैं।
भारत के किसी भी हवाई अड्डे पर पहली बार इस तरह के कियोस्क लगाए गए हैं। जीएमआर समूह द्वारा संचालित दिल्ली इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने कहा कि फिलहाल पांच ऐसे कियोस्क लगाए गए हैं और जल्द ही पांच और लगाए जाएंगे।
डायल ने कहा, ‘ये कियोस्क खासकर वीजा के साथ भारत आने वाले विदेशी नागरिकों के लिए तैयार किए गए हैं, जहां आवेदन प्रक्रिया के दौरान उनकी बायोमेट्रिक जानकारी नहीं ली गई।’
उसने कहा, ‘डायल के कियोस्क सीधे आव्रजन ब्यूरो (बीओआई) की निगरानी में संचालित किए जाएंगे। कियोस्क पर विदेशी नागरिक के बायोमेट्रिक पंजीकरण के बाद काउंटर पर आव्रजन अधिकारी का समय 50 फीसदी से ज्यादा घट जाएगा।’
आव्रजन ब्यूरो केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम करता है। पहले, बगैर बायोमेट्रिक पंजीकरण के बिना वीजा के साथ दिल्ली आने वाले यात्रियों को आव्रजन काउंटर पर जाना होता था जहां प्रति यात्री औसतन 4 से 5 मिनट का वक्त लगता था। डायल ने कहा कि पीक आवर में इसमें और समय लगता था।
भारत के सबसे बड़े दिल्ली हवाई अड्डे पर साल 2023-24 (वित्त वर्ष 2024) में 7.35 करोड़ यात्री पहुंचे थे। हवाई यात्रा की दमदार मांग के बीच इसमें एक साल पहले के मुकाबले रिकॉर्ड 12.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।