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CoWIN Data Leak! कोरोना वैक्सीन लेने वाले लोगों का पर्सनल डेटा लीक, टेलीग्राम पर उपलब्ध

लीक डेटा के माध्यम से यह भी पता लगाया जा सकता है कि किस व्यक्ति को कौन सा टीका लगाया गया था और कहां लगाया गया था।

Last Updated- June 12, 2023 | 1:58 PM IST
CoWIN Data Leak! Personal data leak of people taking Corona vaccine, available on Telegram
Shutterstock

CoWin Data Leak: भारत में डेटा लीक को लेकर एक चौकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। सोमवार को कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि कोरोना वैक्सीन लेने वाले करोड़ों भारतीय नागरिकों की पर्सनल जानकारी, आधार कार्ड और पासपोर्ट की डिटेल मैसेजिंग प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर लीक हो गई। मलयाला मनोरमा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डेटा लीक कोविड वैक्सीनेशन पोर्टल कोविन (CoWIN) से हुआ है।

एक मलयालम न्यूज पोर्टल द फोर्थ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, टेलीग्राम चैनल पर CoWin पोर्टल में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध हैं। लीक डेटा के माध्यम से यह भी पता लगाया जा सकता है कि किस व्यक्ति को कौन सा टीका लगाया गया था और कहां लगाया गया था।

द न्यूज मिनट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, केवल आम लोगों का ही नहीं बल्कि कैबिनेट मंत्री और सांसद तक का डाटा लीक हुआ है। इनमें KTR के नाम से लोकप्रिय तेलंगाना के सूचना और संचार प्रौद्योगिकी मंत्री कल्वाकुंतला तारक रामा राव, DMK सांसद कनिमोझी करुणानिधि, भाजपा तमिलनाडु के अध्यक्ष के अन्नामलाई, कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम और भाजपा के पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन का नाम भी शामिल हैं।

सांसद सुप्रिया सुले ने अपने ट्विटर हैंडल पर खबर साझा करते हुए कहा, ‘सरकार को हमें तत्काल स्पष्टीकरण देना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस डाटा लीक के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए।’

बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले डाटा लीक होने की खबरों का खंडन किया था। जून 2021 में ऐसी खबरें आईं थी कि 15 करोड़ भारतीयों का टीकाकरण डेटा लीक हो गया है।

टेलीग्राम बॉट पर अपने कथित डाटा लीक का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए, सांसद कार्ति चिदंबरम ने ट्विटर पर लिखा कि अपने डिजिटल इंडिया की चकाचौंध में, भारत सरकार ने नागरिकों की प्राइवेसी की अनदेखी की है। कोरोना वैक्सीन लेने वाले हर एक भारतीय का पर्सनल डेटा, सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है। मेरा डाटा भी उपलब्ध है। ऐसा किसने होने दिया? भारत सरकार डेटा संरक्षण कानून पर क्यों बैठी है? अश्विनी वैष्णव को जवाब देना चाहिए।

पिछले साल जनवरी में, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) आरएस शर्मा ने कहा, ‘#CoWIN के पास अत्याधुनिक सुरक्षा बुनियादी ढांचा है और इसे कभी भी सिक्योरिटी ब्रीच का सामना नहीं करना पड़ा है। CoWIN पर हमारे नागरिकों का डेटा बिल्कुल #सेफ और #सिक्योर है। CoWIN से डेटा लीक के बारे में किसी भी खबर का कोई महत्व नहीं है।’

First Published - June 12, 2023 | 1:52 PM IST

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