गुजरात के प्राचीन द्वारकाधीश मंदिर को चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के मद्देनजर दर्शनार्थियों के लिए बृहस्पतिवार को बंद कर दिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। द्वारकाधीश मंदिर समूह अपने बाहरी परिसर के साथ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के तहत एक संरक्षित स्थल है।
देवभूमि द्वारका जिले की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, द्वारका में मुख्य मंदिर को ‘जगत मंदिर’ या ‘त्रिलोक सुंदर’ के रूप में जाना जाता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने ‘बिपारजॉय’ के गुरुवार देर रात तक गुजरात के कच्छ जिला स्थित जखौ बंदरगाह के नजदीक ‘बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान’ के रूप में टकराने का अनुमान जताया है।
चक्रवात के टकराने के दौरान तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की आशंका के मद्देनजर आठ तटीय जिलों से 94,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है।
राजकोट परिक्षेत्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘गुजरात के एएसआई स्थलों में द्वारकाधीश मंदिर तटीय क्षेत्र में स्थित है, इसलिए चक्रवात बिपारजॉय के टकराने के मद्देनजर इसे आज श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है।’’
शुक्रवार को भी मंदिर बंद रखे जाने के सवाल पर अधिकारी ने कहा, ‘‘चक्रवात के कारण अभी तक इसे गुरुवार को ही श्रद्धालुओं के लिए बंद करने का निर्णय लिया गया है। कल के लिए, हम स्थिति और जिला प्रशासन के निर्देशों के अनुसार कदम उठाएंगे।’’