Delhi industrial hub: दिल्ली सरकार रानीखेड़ा में इंडस्ट्रियल हब बनाने जा रही है। 147 एकड़ जमीन में बनने वाले इस इंडस्ट्रियल हब के प्रस्ताव को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज मंजूरी दे दी है। अब फाइल उपराज्यपाल (LG) के पास भेजी गई है। LG से मंजूरी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
रानीखेड़ा में बनने वाला यह इंडस्ट्रियल हब पूरी तरह से ईको-फ्रेंडली होगा। यहां पर आईटी, आईटीईएस और रिसर्च जैसी सर्विस इंडस्ट्री स्थापित की जाएंगी। संभावना है कि इसमें कई क्लस्टर भी होंगे, जहां कई मंजिला भवन बनाये जाएंगे। उद्योग लगाने के लिए सरकार दिल्ली और बाहर के लोगों को रियायती दर पर जमीन देगी।
जानकारों के मुताबिक इसके विकसित होने पर यहां पर परोक्ष-अपरोक्ष रूप से एक से डेढ़ लाख लोगों को रोजगार मिल सकता है। मुख्यमंत्री से मंजूरी मिलने के बाद अब फाइल उपराज्यपाल (LG) के पास भेजी गई है। दिल्ली सरकार ने रानीखेड़ा में नए इंडस्ट्रियल हब को विकसित करने की जिम्मेदारी डीएसआईआईडीसी को सौंपी है।
सरकार का कहना है कि इस इंडस्ट्रियल हब में सभी आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। इसके विकास के दौरान हर बुनियादी बातों का ध्यान रखा जाएगा। चूंकि यह पूरी तरह से पर्यावरण अनुकूल इंडस्ट्रियल हब होगा। इसलिए यहां ऐसे उद्योगों के लिए जमीन का आवंटन किया जाएगा, जो किसी तरह से प्रदूषण पैदा न करें। लिहाजा यहां अधिकतर सर्विस सेक्टर से जुड़े उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा।
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इस हब में स्थापित होने वाले उद्योगों को प्रदूषण मानदंडों का कड़ाई से पालन करना होगा। इसका विकास दो चरणों में किया जाएगा। यहां पर एक स्मार्ट इंटीग्रेटेड आईटी पार्क विकसित किया जाएगा। जिसमें कई बिल्डिंग ब्लॉक्स होंगे, जो पूरी तरह प्रदूषण रहित होंगे और इसमें आईटी, आईटीडीएस, मीडिया, बायोटेक्नोलॉजी, रिसर्च एंड इनोवेशन हब समेत अन्य उद्योग स्थापित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इंडस्ट्रियल हब का विकास तय समय सीमा के अंदर पूरा करने पर बल दिया है। इसके लिए संबंधित विभाग को आवश्यक प्रक्रियाओं को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।