उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए ऑनलाइन कौशल के खेल और किस्मत के खेल में अंतर करने को नोट जारी किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नोट के तहत इस मुद्दे पर विभिन्न मंत्रालयों के विचार मांगे गए हैं।
अधिकारी ने कहा कि विदेशी निवेश पाने के लिए दोनों तरह के खेलों के बीच स्पष्ट अंतर जरूरी है, क्योंकि ऑनलाइन कौशल के खेल में अपार संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान अपने संबोधन में भारतीय पेशेवरों से वैश्विक गेमिंग बाजार का नेतृत्व करने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा कि गेमिंग उद्योग में देश अग्रणी स्थिति हासिल कर सकता है।
नाम न बताने की शर्त पर अधिकारी ने कहा, ‘‘एफडीआई के लिए दोनों के बीच अंतर करने के मकसद से अंतर-मंत्रालयी चर्चा को एक अवधारणा नोट जारी किया गया है। हमें यह देखने की जरूरत है कि ऑनलाइन गेमिंग में, हम एफडीआई लाने के लिए ‘कौशल के खेल’ और ‘किस्मत के खेल’ के बीच कैसे अंतर कर सकते हैं।’’
कुछ लोग ऑनलाइन गेमिंग को जुए और सट्टेबाजी से जोड़कर आपत्ति जताते हैं। इस बात पर भी सवाल है कि इन चीजों को परिभाषित करने का अंतिम प्राधिकारी कौन होगा। अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें इसका आकलन करने के लिए एक स्वतंत्र निकाय की आवश्यकता है।’’