प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को भारतीय सहकारी क्षेत्र का विस्तार करने के लिए वैश्विक सहकारी संगठनों के साथ साझेदारी की आवश्यकता जताते हुए सहकारी संगठनों के माध्यम से जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। सहकारी क्षेत्र की प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात कही।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक इस बैठक में क्षेत्र में तकनीकी प्रगति के माध्यम से परिवर्तन लाने वाले ‘सहकार से समृद्धि’ को बढ़ावा देने, सहकारी समितियों में युवाओं और महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की योजना और सहकारिता मंत्रालय की विभिन्न पहलों पर चर्चा की गई। बैठक में सहकारिता मंत्री अमित शाह, सहकारिता मंत्रालय में सचिव आशीष कुमार भूटानी, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव शक्तिकांत दास, प्रधानमंत्री के सलाहकार अमित खरे और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
बयान में कहा गया, ‘प्रधानमंत्री ने भारतीय सहकारी क्षेत्र का विस्तार करने के लिए वैश्विक सहकारी संगठनों के साथ साझेदारी की आवश्यकता और सहकारी संगठनों के माध्यम से जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने पर जोर दिया।’ उन्होंने कृषि पद्धतियों में सुधार के लिए निर्यात बाजारों पर ध्यान केंद्रित करने और सहकारी समितियों के माध्यम से मृदा परीक्षण मॉडल विकसित करने का भी सुझाव दिया।