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Farmers Protest: दूसरे दिन भी आगे नहीं बढ़ सके किसान, पुलिस ने आंसू गैस व फूल बरसाए

किसानों ने दावा किया कि हमले में एक प्रदर्शनकारी घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

Last Updated- December 08, 2024 | 11:12 PM IST
Farmers Protest: Farmers could not move forward even on the second day, police used tear gas and showered flowers दूसरे दिन भी आगे नहीं बढ़ सके किसान, पुलिस ने आंसू गैस व फूल बरसाए

Farmers Protest: पंजाब-हरियाणा सीमा पर 101 किसानों के एक जत्थे ने रविवार को शंभू विरोध स्थल से दिल्ली के लिए अपना पैदल मार्च फिर से शुरू किया, लेकिन हरियाणा के सुरक्षा कर्मियों की ओर से लगाए गए बहुस्तरीय अवरोधकों के कारण वे आगे नहीं बढ़ सके। प्रदर्शनकारी किसानों के अवरोधकों के पास पहुंचने पर उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए और पानी की बौछारें की गईं। साथ ही फूल भी बरसाए गए। अंबाला पुलिस ने कहा था कि किसान संगठनों को दिल्ली प्रशासन से अनुमति लेने के बाद ही दिल्ली कूच करना चाहिए।

‘मरजीवरा’ (किसी उद्देश्य के लिए मरने को तैयार व्यक्ति) नामक यह समूह फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों के लिए मार्च कर रहा था, लेकिन उन्हें कुछ मीटर दूर ही रोक दिया गया। हरियाणा के एक सुरक्षाकर्मी को किसानों से दिल्ली तक मार्च करने का अनुमतिपत्र दिखाने की मांग करते सुना गया।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘ पहले हम उनकी पहचान करेंगे और देखेंगे कि उनके पास कोई अनुमति है या नहीं। हमें 101 किसानों की सूची मिल गई है, लेकिन इनमें वे नहीं हैं, जिनके नाम सूची में हैं। वे अपनी पहचान नहीं बता रहे हैं जिसका मतलब है कि वे भीड़ के रूप में आ रहे हैं।’

एक किसान ने कहा, ‘वे कह रहे हैं कि हमारे नाम सूची में नहीं हैं। हमें नहीं पता कि उनके पास कौन सी सूची है। जब हमने उनसे पूछा कि क्या वे हमारी पहचान सत्यापित करने के बाद हमें आगे बढ़ने देंगे तो उन्होंने कहा कि हमें अनुमति दिखानी होगी।’

टकराव बढ़ने पर सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे। आंसू गैस के गोले दागे जाने के कारण किसानों को कुछ मीटर पीछे हटना पड़ा, इनमें से कई ने अपने चेहरे ढके हुए थे और सुरक्षात्मक चश्मे पहने हुए थे। कुछ ने जूट के गीले बैग से गैस के असर से बचने का प्रयास किया। किसानों ने दावा किया कि हमले में एक प्रदर्शनकारी घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

पंजाब के किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि रविवार को उनके विरोध प्रदर्शन का 300 वां दिन है। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। तब सुरक्षा बलों ने उनके दिल्ली कूच करने से रोक दिया था। किसान नेता तेजवीर सिंह ने प्रश्न किया कि जब किसान शांतिपूर्वक पैदल जा रहे थे तो उन्हें आगे बढ़ने से क्यों रोका गया।

First Published - December 8, 2024 | 11:12 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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