भारत और ऑस्ट्रेलिया व्यापक मुक्त व्यापार समझौते के लिए अगले दौर की बातचीत सोमवार से सिडनी में शुरू करेंगे। इस बातचीत में दोनों पक्षों के बीच समझौते से जुड़े कई मुद्दों पर सहमति बनने की संभावना है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
दोनों देश पहले ही एक अंतरिम समझौता लागू कर चुके हैं और व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (सीईसीए) के तहत इसका दायरा बढ़ाने पर चर्चा कर रहे हैं।
अंतरिम समझौता- आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (ईसीटीए) पर दिसंबर, 2022 में लागू हुआ। वाणिज्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि के दोनों देशों के मुख्य वार्ताकार सोमवार से सिडनी में 10वें दौर की बातचीत शुरू करेंगे। यह बातचीत 19 से 22 अगस्त तक होनी है।
उन्होंने कहा, ‘‘समझौते के कुल 19 क्षेत्रों में से हमने चार पर अपनी बातचीत पूरी कर ली है। कुछ अन्य मामलों में भी हमारी बातचीत काफी आगे बढ़ चुकी है। हमें बातचीत के इस दौर में 10 से अधिक क्षेत्रों पर सहमति बनने की उम्मीद है।’’
अधिकारी ने कहा कि इस दौर में दोनों देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं में बाजार पहुंच पर चर्चा होने की संभावना है। आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता भारतीय निर्यातकों को कपड़ा, चमड़ा, फर्नीचर, आभूषण और मशीनरी सहित 6,000 से अधिक क्षेत्रों को ऑस्ट्रेलियाई बाजार में शुल्क-मुक्त पहुंच प्रदान करता है।
समझौते के तहत ऑस्ट्रेलिया ने लगभग 96.4 प्रतिशत निर्यात को लेकर भारत को शून्य-शुल्क पहुंच की पेशकश की है। दूसरी ओर, आर्थिक सहयोग समझौते में पांच मुद्दों… वस्तुओं, सेवाओं, डिजिटल व्यापार, सरकारी खरीद और उत्पत्ति के नियमों… पर गहन और व्यापक रूप से जुड़ाव की परिकल्पना की गयी है। इन पर ईसीटीए के तहत सहमति जतायी गयी थी।
व्यापक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के तहत बातचीत के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया ने पारस्परिक रूप से अंतरिक्ष, खनन और खेल में सहयोग समेत 15 नये क्षेत्रों को शामिल किया है। भारत जिस व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहा है, पहली बार ये क्षेत्र उसका हिस्सा बनेंगे।
ओशिनिया क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वस्तु व्यापार 2023-24 में लगभग 24 अरब डॉलर रहा। बीते वित्त वर्ष में ऑस्ट्रेलिया को भारत का निर्यात 7.94 अरब डॉलर था, जबकि आयात 16.15 अरब डॉलर था। 2021-22 से दोनों देशों के बीच व्यापार लगभग 25 अरब डॉलर के आसपास रहा है।