विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने दक्षिण अफ्रीका में अपनी बैठक के दौरान चीन-भारत संबंधों में प्रगति, सीमा क्षेत्रों में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने तथा कैलास मानसरोवर यात्रा की बहाली पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। जोहानिसबर्ग में जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर दोनों मंत्रियों की मुलाकात हुई।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेसवार्ता के दौरान एक सवाल के जवाब में बताया कि जयशंकर और वांग के बीच यह बैठक करीब 30 मिनट तक चली। उन्होंने कहा, ‘दोनों मंत्रियों ने नवंबर में अपनी पिछली बैठक के बाद से हमारे द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा की। सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने, कैलास मानसरोवर यात्रा की बहाली, उड़ान कनेक्टिविटी और यात्रा की सुगमता पर चर्चा की गई।’ जयशंकर जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका की दो दिवसीय यात्रा पर जोहानिसबर्ग में हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भू-राजनीतिक परिदृश्य की वर्तमान जटिलताओं को उजागर करते हुए कहा है कि विचारों में सामंजस्य स्थापित करने की जी-20 की क्षमता वैश्विक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए महत्त्वपूर्ण है। जयशंकर जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका की दो दिवसीय यात्रा पर जोहानिसबर्ग में हैं। ‘वैश्विक भू-राजनीतिक स्थिति पर चर्चा’ शीर्षक वाले जी-20 सत्र को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि जी-20 विश्व में बहुध्रुवीय स्थिति की एक महत्त्वपूर्ण अभिव्यक्ति है। उन्होंने कहा, ‘वैश्विक भू-राजनीतिक स्थिति हर तरह से कठिन बनी हुई है। कोविड वैश्विक महामारी, संघर्ष की स्थितियां, वित्तीय दबाव, खाद्य सुरक्षा और जलवायु संबंधी चिंताओं की चुनौतियां हैं।’