भारत के सिर्फ नौ राज्य ही नेट टैलेंट पॉजिटिव यानी प्रतिभा के लिहाज से धनात्मक राज्य हैं और इनमें से कर्नाटक शीर्ष राज्य के तौर पर उभरा है जहां सबसे ज्यादा पॉजिटिव टैलेंट बेस है। एक रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है।
विशेषज्ञ स्टाफिंग कंपनी एक्सफेनो द्वारा इंडियन स्टेट्स फॉर टैलेंट कॉरिडोर और टैलेंट एक्सचेंज पैटर्न्स के सालाना अध्ययन के मुताबिक, इस मामले में कर्नाटक के बाद दूसरे स्थान पर हरियाणा, तीसरे स्थान पर तेलंगाना, चौथे स्थान पर महाराष्ट्र और पांचवें स्थान पर गुजरात है।
नेट टैलेंट पॉजिटिव का मतलब यह कि राज्य में जितनी प्रतिभाएं आईं उसके मुकाबले बाहर कम गईं। इससे यह देखा जाता है कि कोई राज्य प्रतिभाओं को किस हद तक बनाए रखने में सक्षम होता है।
कर्नाटक ने देश के नौ उभरते टैलेंट पॉजिटिव राज्यों में सबसे ज्यादा पॉजिटिव टैलेंट बेस (पीटीबी) के साथ उपलब्धि हासिल की है। इस साल अक्टूबर में खत्म हुए 12 महीनों के दौरान कर्नाटक का पीटीबी 63,500 रहा, जिसमें 1,36,500 पेशेवरों को अन्य राज्यों से भेजा गया जबकि 73,000 पेशेवर राज्य से बाहर चले गए। हरियाणा में पीटीबी 22,200, तेलंगाना में पीटीबी 20,200, महाराष्ट्र में पीटीबी 10,800 और गुजरात में पीटीबी 7,400 रहा।
एक्सफेनो के सह-संस्थापक कमल कारंत ने कहा, ‘सबसे अधिक पॉजिटिव टैलेंज बैलेंस के साथ शीर्ष राज्य के तौर पर उभरना आगे चलकर देसी एवं विदेशी उद्यमों के लिए एक अग्रणी टैलेंट ब्रांड के तौर पर राज्य की प्रतिष्ठा को आगे बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण होगा। बुनियादी ढांचे में लगातार निवेश करने, दूरदर्शी नीतियों और लक्षित कारोबारी प्रोत्साहनों के जरिये कर्नाटक ने एक अग्रणी वैश्विक टैलेंट ब्रांड के तौर पर अपना रुतबा मजबूत किया है।’
राज्य में सक्रिय पेशेवरों का टैलेंट बेस अब 59.7 लाख हो गया है, जिसमें 64 फीसदी पेशेवर ऐसे हैं जिनके पास कम से कम 1 साल का काम करने का अनुभव है। कर्नाटक में सबसे ज्यादा बेंगलूरु का दबदबा है और वहां 34 लाख अनुभवी पेशेवर हैं, जो देसी और विदेशी दोनों उद्यमों को लगातार आकर्षित कर रहे हैं।