मुंबई के कोस्टल रोड और बांद्रा वर्ली सी लिंक को जोड़ने वाले मोटर मार्ग का आज मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्घाटन कर दिया। इस मार्ग के शुरु हो जाने से कोस्टल रोड का बांद्रा -वर्ली सी लिंक के साथ सीधा संपर्क हो गया। अब अगर आप दक्षिण मुंबई में है और आपको उत्तर मुंबई जाना है तो मरीन ड्राइव से कोस्टल रोड से बांद्रा वर्ली सी लिंक का इस्तेमाल करते हुए सीधे बांद्रा पहुंच सकते हैं। यह सफर महज 20 से 25 मिनट का होगा । जबकि अभी तक इस सफर के लिए 40-60 मिनट तक का वक़्त लग जाता था। शुक्रवार 13 सितंबर से इसका इस्तेमाल आम लोगों कर सकते हैं।
बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार इसे वाहनों के आवागमन के लिए खोला जाएगा। कोस्टल रोड और सी-लिंक के कनेक्ट होने से वर्ली के बिंदु माधव चौक पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। कोस्टल रोड के माध्यम से दक्षिण मुंबई से बांद्रा की ओर जाने वाले वाहन सुबह सात बजे से रात 11 बजे के बीच सीधे सी लिंक में प्रवेश कर सकते हैं, जबकि दक्षिण की ओर जाने वाले वाहनों को कोस्टल रोड के दोनों छोर को सी लिंक से जुड़ने तक मौजूदा मार्ग से ही जाना होगा।
13 सितंबर यानी शुक्रवार को यह ब्रिज आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। इसके उद्घाटन से यात्रियों का समय बचेगा। मरीन ड्राइव से बांद्रा तक सफर करने में 15-20 मिनट लगेंगे। पहले 45-60 मिनट का समय लगता था। अब दक्षिण मुंबई से हवाई अड्डे तक पहुंचने लगभग आधा घंटा लगेगा। पहले एक घंटे से अधिक समय लगता था।
इस मार्ग से सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक सफर किया जा सकेगा। शनिवार और रविवार को मेंटेनेंस के लिए यह बंद रहेगा। साथ ही कोस्टल रोड का दूसरा हिस्सा दिसंबर, 2024 तक सी लिंक से जुड़कर आवागमन के लिए खुलने की उम्मीद की जा रही है।
उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के शुरु होने के बाद लोगों के समय बचेगा। प्रदूषण कम होगा। इस प्रोजेक्ट ने लोगों के 45 मिनट के समय को कम करके 10 मिनट का कर दिया है। हमने जो कहा उसे पूरा किया। वहीं, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि 25 सालों से ये प्रोजेक्ट ऐसे ही पड़ा हुआ था। कांग्रेस की सरकार थी। कुछ नहीं हुआ। मैंने बैठक की और हमने काम शुरु कराया।
पहले इसका उद्घाटन 15 अगस्त तक होना था, लेकिन बारिश और हाई टाइड के कारण काम एक माह देरी से खत्म हुआ। कोस्टल रोड की अनुमानित लागत करीब 14 हजार करोड़ रुपये है। यह मार्ग पर चौथा ऐसा उद्घाटन है, जिसे चरणबद्ध तरीके से क्रियान्वित किया जा रहा है। इसका दक्षिण-पूर्वी हिस्सा वर्ली से मरीन ड्राइव तक 11 मार्च से संचालित कर दिया गया है। महत्वाकांक्षी 10.58 किलोमीटर लंबी परियोजना का निर्माण अक्टूबर 2018 में शुरू हुआ था।