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पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों का सामूहिक इस्तीफा प्रतीकात्मक, सेवाओं पर असर नहीं: स्वास्थ्य विभाग

'सामूहिक इस्तीफे की पेशकश करने का ऐसा कोई नियम नहीं है। अगर लोग इस्तीफा देना चाहते हैं तो उन्हें एक निश्चित प्रक्रिया का पालन करना होगा।'

Last Updated- October 09, 2024 | 10:54 PM IST
Mass resignation of doctors in West Bengal symbolic, no impact on services: Health Department पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों का सामूहिक इस्तीफा प्रतीकात्मक, सेवाओं पर असर नहीं: स्वास्थ्य विभाग

पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को दावा किया कि राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सकों द्वारा अपने कनिष्ठ समकक्षों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए दिए गए सामूहिक इस्तीफे से इन चिकित्सा प्रतिष्ठानों में स्वास्थ्य सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ा है।

अधिकारी ने बताया कि पूरे राज्य में जारी दुर्गा पूजा उत्सव के कारण बाह्य रोगी विभाग में मरीजों की संख्या काफी कम रही, हालांकि वरिष्ठ और कनिष्ठ चिकित्सक, आरएमओ और सहायक प्रोफेसर अपनी नियमित ड्यूटी के लिए पश्चिम बंगाल के अस्पतालों में मौजूद थे।

स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा, ‘हमें किसी भी चिकित्सक की ओर से उनके सामूहिक इस्तीफे के संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक संदेश नहीं मिला है। सामूहिक इस्तीफे की पेशकश करने का ऐसा कोई नियम नहीं है। अगर लोग इस्तीफा देना चाहते हैं तो उन्हें एक निश्चित प्रक्रिया का पालन करना होगा। हालांकि, स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित नहीं हुईं क्योंकि आज किसी भी अस्पताल में कोई भी डॉक्टर अनुपस्थित नहीं था।’

कोलकाता मेडिकल कॉलेज रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के मुताबिक, कई चिकित्सकों और संकाय सदस्यों ने मंगलवार को सामूहिक रूप से इस्तीफा देने वाले आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अपने सहयोगियों का अनुसरण करते हुए चिकित्सा शिक्षा निदेशक को अपना सामूहिक इस्तीफा भेज दिया।

First Published - October 9, 2024 | 10:54 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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