facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

नवाचार को बढ़ावा देने के लिए शिक्षक ट्रेनिंग पर हर साल हो 1 अरब डॉलर निवेश : मूर्ति

भारतीय शिक्षा में शिक्षकों की ट्रेनिंग में 20 अरब डॉलर का निवेश करने की आवश्यकता

Last Updated- November 15, 2023 | 10:52 PM IST
Narayana Murthy cautions the public not to fall prey to deep fake videos

भारत को विभिन्न प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा स्तर पर शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए सालाना एक अरब डॉलर और 20 साल तक 20 अरब डॉलर का निवेश करके अनुसंधान और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना चाहिए। यह कहना है इन्फोसिस के संस्थापक और चेयरमैन एमेरिटस एनआर नारायण मूर्ति का।

मूर्ति ने बुधवार को बेंगलूरु में इन्फोसिस प्राइज 2023 कार्यक्रम में में कहा ‘भारत को हर उस क्षेत्र में चरण-4 (नवाचार के) की ओर बढ़ने की आकांक्षा रखनी चाहिए, जो देश के सुदूरवर्ती हिस्से में हमारे सबसे गरीब नागरिकों के जीवन को प्रभावित करता है।

अच्छे विचार उत्पन्न करने के लिए उच्च शिक्षा के हमारे संस्थानों में अनुसंधान और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना और उन विचारों के तीव्र और उच्च गुणवत्ता वाले कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित करना इस आकांक्षा का समाधान है।’

उन्होंने कहा कि चरण-3 और चरण-4 में सफलता के लिए हमारी महत्वाकांक्षा के लिए स्वतंत्र, आलोचनात्मक और विश्लेषणात्मक सोच अपनाने के लिए, सुकरात की प्रश्नोत्तरी और अपने आसपास की असली दुनिया को समझने के लिए संबंधित सिद्धांत पर ध्यान केंद्रित करना, प्रकृति के रहस्यों को सुलझाने और अपनी असली दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए हमारे प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शैक्षणिक संस्थानों की गुणवत्ता में सुधार की जरूरत है।

मूर्ति ने कहा कि हालांकि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) ने इस सफर को शुरू कर दिया है, लेकिन 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों में 2,500 ‘ट्रेन द टीचर’ कॉलेज बनाने के लिए विकसित दुनिया और भारत से एसटीईएम क्षेत्रों (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) में 10,000 अत्यधिक निपुण सेवानिवृत्त शिक्षकों को आमंत्रित करके परिणाम को तेज किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि यह ट्रेनिंग कार्यक्रम साल भर का होना चाहिए। विशेषज्ञों ने उन्हें सूचित किया है कि चार प्रशिक्षकों का प्रत्येक समूह एक वर्ष में प्राथमिक विद्यालय के 100 शिक्षकों और इतने ही माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों को प्रशिक्षित कर सकता है।

मूर्ति ने कहा कि हम इस पद्धति से हर साल प्राथमिक विद्यालय के 2,50,000 शिक्षकों और माध्यमिक विद्यालय के 2,50,000 शिक्षकों को प्रशिक्षित कर सकेंगे।

First Published - November 15, 2023 | 10:52 PM IST

संबंधित पोस्ट