प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के सिगरा स्थित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्र को समर्पित 6,700 करोड़ रुपये की 23 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इनमें 3,200 करोड़ रुपये से अधिक की 16 विकास परियोजनाएं वाराणसी के लिए हैं। प्रधानमंत्री ने लगभग 2,870 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे के विस्तार, नए टर्मिनल भवन के निर्माण और संबद्ध कार्यों की आधारशिला भी रखी।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को ही वाराणसी से उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के जिन हवाई अड्डों का उद्घाटन किया, उनमें बाबतपुर, आगरा, सहारनपुर और सिलीगुड़ी के निकट बागडोगरा हवाई अड्डे भी शामिल हैं। इसके अलावा, वाराणसी में आरजे शंकरा नेत्र अस्पताल का लोकार्पण भी किया। आरजे शंकरा नेत्र अस्पताल निवेशक व कारोबारी राकेश झुनझुनवाला के नाम पर बना है।
दूसरी ओर, मोदी ने बागडोगरा हवाई अड्डे का विस्तार किए जाने की आधारशिला रखी। इस पर 1,550 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह 6,700 करोड़ रुपये की 23 विकास परियोजनाओं में से एक है, जिसका अनावरण प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में एक समारोह में ऑनलाइन माध्यम से किया।
अधिकारियों ने बताया कि बागडोगरा हवाई अड्डे पर नए सिविल एन्क्लेव में 70,390 वर्ग मीटर में एक टर्मिनल भवन होगा, जिसमें व्यस्त समय में 3,000 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था होगी तथा वार्षिक क्षमता एक करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी।
उन्होंने कहा कि नया टर्मिनल भवन पर्यावरण अनुकूल होगा, जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को एकीकृत किया जाएगा तथा पारिस्थितिकी प्रभाव को कम करने के लिए प्राकृतिक प्रकाश व्यवस्था को अधिकतम किया जाएगा। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अगस्त में इस परियोजना को मंजूरी दी थी। सिलीगुड़ी से 14 किलोमीटर दूर स्थित बागडोगरा हवाई अड्डा उत्तरी पश्चिम बंगाल में एक प्रमुख विमानन केंद्र है, जहां प्रतिदिन लगभग 60 उड़ानों का संचालन होता है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि शिक्षा, कौशल विकास, खेल, स्वास्थ्य और पर्यटन समेत हर क्षेत्र की परियोजनाएं बनारस को मिली हैं। ये सारी परियोजनाएं सुविधा के साथ-साथ नौजवानों के लिए रोजगार के अनेक नए अवसर भी लेकर आई हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आरजे शंकरा नेत्र अस्पताल में यहां बड़ी संख्या में गरीबों को मुफ्त इलाज मिलेगा और युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खुलेंगे। यहां मेडिकल कॉलेजों के छात्र इंटर्नशिप और प्रैक्टिस कर पाएंगे। यही नहीं, निचले स्तर पर भी अनेक लोगों को काम मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे, जहां आरजे शंकरा नेत्र अस्पताल के लोकार्पण के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने शंकराचार्य से एक नेत्र अस्पताल बिहार में भी स्थापित करने का आग्रह किया।
मोदी ने कहा, ‘मुझे याद है कि मैंने शंकरा आई हॉस्पिटल और चित्रकूट आई हॉस्पिटल दोनों संस्थानों से वाराणसी आने का आग्रह किया था। मैं दोनों संस्थानों का आभारी हूं कि उन्होंने काशी वासियों के आग्रह का मान रखा। अब यहां लोगों को दो नए आधुनिक संस्थान मिलने जा रहे हैं।’
इस मौके पर उन्होंने कांची कामकोटि पीठम के शंकराचार्य श्री शंकर विजयेन्द्र सरस्वती स्वामी से मुलाकात भी की। मोदी ने पूर्व शंकराचार्य की प्रतिमा और भगवान गणेश की प्रतिमा के समक्ष जाकर दर्शन-पूजन किया, जिसके बाद नेत्र अस्पताल का लोकार्पण किया। मोदी ने संबोधन से पूर्व बच्चों को चश्मे प्रदान किए।