अयोध्या में राम मंदिर की तैयारी जोरों-शोरों पर है। इस बीच रामलला की मूर्ति को लेकर भी बड़ा ऐलान किया गया है। राम मंदिर ट्रस्ट के मेंबर कामेश्वर चौपाल ने आज यानी 1 जनवरी को बताया की रामलला की तीनों मूर्तियां बनकर तैयार हो गई हैं और उनकी प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर अनुष्ठान 14 जनवरी से प्रारंभ हो जाएगा।
ट्रस्ट के लोगों के बीच इस बात का भी संदेह था कि क्या तीनों मूर्तियां बनकर तैयार हो गई हैं या नहीं? क्या तीनों का अनुष्ठान एक साथ प्रारंभ होगा या नहीं या कौन सी मूर्ति का पहले चयन होगा? इस बात पर कामेश्वर ने ANI से कहा कि रामलला की तीनों मूर्तियां बनकर तैयार हैं और तीनों मूर्तियां मंदिर में लगेंगी। तीनों मूर्तियों का विशेष महत्व है, इसमें कोई कंपटीशन नहीं होगा। सारे अनुष्ठान मूर्तियों को सामने रखकर ही किए जाएंगे।
उन्होंने कहा तीनों मूर्तियां आवश्यक थी और तीन जगह वे स्थापित होंगी। इस बात को ध्यान में रखते हुए ही तीनों मूर्तियां बनाई गई हैं। ट्रस्ट ने देशभर के सभी संप्रदायों के 4,000 संतों को प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
इस बीच एक और बड़ी खबर यह भी आई है कि अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में राम लला की प्राण- प्रतिष्ठा 22 जनवरी को दोपहर 12.20 बजे होगी। यह जानकारी आज श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने दी।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 22 जनवरी को दोपहर में राम मंदिर के गर्भगृह में राम लला को विराजमान करने का फैसला लिया है। प्रतिष्ठा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी मौजूद रहेंगे।
मीडिया से बातचीत करते हुए चंपत राय ने कहा, ‘दोपहर 12.20 बजे प्राण प्रतिष्ठा होगी। इसके बाद आरती होगी, मोहल्लों और बाजारों में प्रसाद बांटा जाएगा और सूर्यास्त के बाद दीपक जलाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘ऐसा ही अनुरोध प्रधानमंत्री ने पूरी दुनिया से किया है।’
गौरतलब है कि वाराणसी के पुजारी, लक्ष्मी कांत दीक्षित 22 जनवरी को राम लला के अभिषेक समारोह का मुख्य अनुष्ठान करेंगे। 14 जनवरी से 22 जनवरी तक, अयोध्या में अमृत महाउत्सव मनाया जाएगा।
बता दें कि राय आज अयोध्या में अक्षत वितरण कार्यक्रम के शुभारंभ में शामिल हुए।