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अयोध्या में विराजमान हुए राम, PM मोदी ने कहा- काल चक्र घूमा, पड़ी अगले हजार वर्षों के लिए समृद्ध भारत की नींव

Ram Mandir Pran Pratishtha: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 22 जनवरी 2024 कैंलेंडर की तारीख मात्र नहीं है बल्कि नए युग की शुरुआत है।

Last Updated- January 22, 2024 | 10:57 PM IST
अयोध्या ने करोड़ों लोगों को एक सूत्र में बांधा- मोदी, Mann Ki Baat: Ayodhya tied crores of people together - Modi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां नवनिर्मित राम मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करने के बाद आज कहा कि काल का चक्र आज से घूम गया है। उन्होंने कहा कि काल का पहिया वैसे ही घूमा है, जैसे तब घूमा था जब भगवान राम समुद्र लांघने की तैयारी करते हुए धनुषकोटि में अरिचल मुनई पर बैठे थे। उस क्षण हजार वर्ष के राम राज्य की नींव पड़ी थी और इस क्षण अगले हजार वर्षों के लिए समृद्ध भारत की नींव पड़ रही है।

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद प्रधानमंत्री ने देश भर से आए 8,000 विशेष आमंत्रित अतिथियों के सामने अपने संबोधन की शुरुआत राम जन्मभूमि आंदोलन की पहचान बन चुके ‘जय श्री राम’ के नारे से नहीं की। उन्होंने अपनी बात प्रणाम और राम राम से शुरू की।

उन्होंने ‘देव से देश, राम से राष्ट्र’ का मंत्र देते हुए कहा, ‘हमारे लिए यह क्षण केवल विजय का नहीं बल्कि विनय का भी है।’ समारोह में देश के सबसे प्रतिष्ठित और प्रभावशाली हस्तियां आई थीं और पूरे देश में करोड़ों लोगों ने इसका सीधा प्रसारण देखा।

मोदी ने मंदिर को राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक बताया। उन्होंने देश की न्यायपालिका का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उसने न्याय की गरिमा बनाए रखी। राम जन्मभूमि का फैसला सुनाने वाले उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आए थे, जिनमें मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ भी थे। समारोह से दूर रहने वाले विपक्षी नेताओं से प्रधानमंत्री ने अपने नजरिये पर दोबारा विचार करने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि भारत ने परिपक्वता दिखाते हुए इतिहास की एक गांठ को शांति से खोला और उन लोगों को गलत साबित किया, जिनका कहना था कि मंदिर निर्माण से देश भर में आग भड़क जाएगी।

मोदी ने कहा, ‘राम भारत की आस्था हैं, भारत का आधार हैं। राम भारत की चेतना हैं, भारत का चिंतन हैं। राम भारत की प्रतिष्ठा हैं, भारत का प्रताप हैं। राम नेति भी हैं और राम नीति भी हैं। इसलिए जब राम की प्रतिष्ठा होती है तो उसका प्रभाव केवल शताब्दियों तक नहीं रहता। उसका प्रभाव हजारों वर्षों तक होता है।’

मुकेश अंबानी, गौतम अदाणी, सुनील भारती मित्तल जैसे शीर्ष उद्योगपतियों और अमिताभ बच्चन, रजनीकांत जैसी दर्जनों फिल्मी हस्तियों तथा विराट कोहली और साइना नेहवाल जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी वाली सभा से प्रधानमंत्री ने कहा, ‘राष्ट्र-निर्माण के हमारे आज के प्रयासों को हजारों वर्ष बाद की पीढ़ियां भी याद करेंगी। हमें आज इस पावन क्षण से अगले हजार वर्षों के लिए भारत की नींव डालनी है।’

उत्तर भारत के ज्यादातर शहरों में शहर और कस्बे दोपहर को सुनसान नजर आ रहे थे क्योंकि लोग अपने घरों में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण देख रहे थे। भारतीय जनता पार्टी के शासन वाले राज्यों और कांग्रेस शासित हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में आज पूरे या आधे दिन की सरकारी छुट्टी कर दी गई थी।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, ‘आज हर गांव में कीर्तन और संकीर्तन हो रहे हैं। आज मंदिरों में पर्व मनाए जा रहे हैं और स्वच्छता अभियान चलाए जा रहे हैं। पूरा देश आज दीवाली मना रहा है। आज शाम हर घर में रामज्योति जलाने की तैयारी चल रही है।’ अयोध्या में लोगों ने अपने घरों में दीये जलाए और सड़कों पर आकर आतिशबाजी की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी 2024 कैंलेंडर की तारीख मात्र नहीं है बल्कि नए युग की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि इस दिन 500 साल का संघर्ष समाप्त हुआ और राम लला अब टेंट में नहीं बल्कि दिव्य मंदिर में विराजमान हैं। उन्होंने कहा, ‘आज से हजारों साल बाद लोग इस तिथि इस क्षण के बारे में बात करेंगे।’ उन्होंने कहा कि देश अब दासता की मानसिकता से मुक्त हो गया है।

समारोह के बाद दिल्ली लौटने पर मोदी ने भगवान राम की प्रेरणा का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना शुरू करने की घोषणा की। इस योजना के तहत देश के 1 करोड़ घरों की छत पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे ताकि गरीबों और मध्यम वर्गीय लोगों का बिजली का बिल कम हो तथा ऊर्जा के क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर हो सके।

प्रधानमंत्री के अयोध्या पहुंचने से पहले सुबह बॉलीवुड गायक सोनू निगम और शंकर महादेवन ने भजन प्रस्तुत किया। हल्के पीले रंग का धोती-कुर्ता पहने मोदी ने दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश किया। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ 12 बजकर 29 मिनट पर 84 सेकंड के शुभ मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान संपन्न किया।

इस दौरान वायु सेना के दो हेलिकॉप्टरों ने यहां उपस्थित लोगों और पूरे अयोध्या पर पुष्प वर्षा की। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के बाद हर घेरे में जाकर आमंत्रित अतिथियों का अभिवादन किया।

न्यायपालिका का आभार जताते हुए उन्होंने कहा, ‘भगवान राम भारतीय संविधान की पहली प्रति में मौजूद हैं मगर संविधान को अपनाने के बाद भी दशकों तक उनके अस्तित्व पर कानूनी लड़ाई चलती रही। मैं भारत की न्यायपालिका का आभार व्यक्त करना चाहता हूं कि उन्होंने न्याय की गरिमा बनाए रखी।’

मोदी जोर देकर कहा कि भारतीय समाज ने यह विवादित मसला हल करने में बहुत परिपक्वता दिखाई, जबकि दुनिया के कई देशों में तमाम तरह की अनसुलझी समस्याएं चुनौती बनकर खड़ी हैं। उन्होंने कहा, ‘यह संकेत है कि हमारा भविष्य अतीत से ज्यादा सुंदर होगा।’

राम मंदिर निर्माण का विरोध करने वालों पर टिप्पणी करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कभी कुछ लोग कहते थे कि अगर राम मंदिर बन गया तो देश में अशांति पैदा होगी, लेकिन ऐसे लोग भारत की सामाजिक समरसता को समझने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने कहा कि राम विवाद नहीं बल्कि समाधान हैं और वह सबके लिए हैं। उन्होंने कहा कि राम आंतरिक मानव मूल्यों के प्रतीक हैं, जिनकी आज दुनिया को जरूरत है। उन्होंने लोगों विशेषकर युवाओं का आह्वान किया कि वे उज्ज्वल भारत के उदय में योगदान करें।

सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण ने 500 साल का अभिशाप मिटा दिया है और यह नए भारत के उदय का प्रतीक है, जो दुनिया को राह दिखाएगा। उन्होंने कहा कि टकरावों में लिप्त रहने की जगह लोगों को अपने अच्छे आचरण के साथ राष्ट्र के विकास में लगना चाहिए।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंदिर उसी जगह पर बना है, जहां बनाने का संकल्प लिया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या का विकास बहुत तेजी से हो रहा है।

First Published - January 22, 2024 | 10:57 PM IST

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