facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

तेजी से फैल रहा लम्पी, 10,000 से ज्यादा मवेशी ग्रसित

Last Updated- May 21, 2023 | 8:28 PM IST
Lumpy Back in Fray; over 10,000 active cases till May 18

मवेशियों के घातक त्वचा रोग लम्पी ने फिर सिर उठाना शुरू कर दिया है। देश में 18 मई तक लम्पी से ग्रसित मवेशियों की संख्या 10,413 थी। लम्पी रोग का सबसे ज्यादा असर उत्तराखंड, महाराष्ट्र और कर्नाटक झेल रहे हैं। लम्पी रोग के कारण देश में पहले भी मवेशियों की संख्या पर प्रतिकूल असर पड़ चुका है।

वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक जनवरी, 2023 के बाद से देश के आठ राज्यों में इस रोग की जानकारी मिली। यह रोग बीते कुछ हफ्तों के दौरान तेजी से फैला।

देश में 18 मई तक लम्पी से 10,413 मवेशी ग्रसित थे जिनमें जनवरी के बाद से अब तक उत्तराखंड में 2245, महाराष्ट्र में 3450 और कर्नाटक में 3960 मामले उजागर हुए थे। हालांकि रोग लम्पी के अन्य मामले सिक्किम, मेघालय, हिमाचल प्रदेश और पंजाब से थे।

मवेशियों को जनवरी, 2023 के बाद से शुरू हुए दूसरे दौर में 18.7 टीके लगाए गए। इनमें ज्यादातर टीका ‘गोट पॉक्स वैक्सीन’ लगाया गया था। यह टीका त्वचा के रोग लम्पी के खिलाफ 60-70 प्रतिशत असरकारक रहा है। पशुपालन विभाग के अधिकारी ने बताया कि देश में लम्पी के लिए विशेष तौर पर विकसित टीके को अंतिम मंजूरी मिलने का इंतजार है व इसके वाणिज्यिक उत्पादन में छह से आठ महीने और लगेंगे।

उत्तराखंड में लम्पी से ग्रसित मवेशियों की संख्या में 18 मई के बाद तेजी आई है। दूसरे चक्र में करीब 58 फीसदी मवेशियों को टीका लगा दिया गया है और राज्य सरकार को 3,59,928 टीके मुहैया करवाए गए हैं। इस बार में जानकारी देने वाले अधिकारी ने बताया, ‘ऊधम सिंह नगर के कुछ जिलों में 100 फीसदी मवेशियों को टीका लगा दिया गया है जबकि रुद्रप्रयाग में 75 फीसदी मवेशियों को टीका लगा दिया गया है।’

अधिकारी ने बताया, ‘वेक्टर जनित रोग होने के कारण गर्मी के साथ ही लम्पी के मामले बढ़ने शुरू हो गए हैं और यह रोग मॉनसून और उसके फौरन बाद शीर्ष पर पहुंच जाता है।’

देश में बीते साल भी लम्पी ने दस्तक दी थी। बीते साल हुई मवेशियों की मौत व नुकसान को रोकने के लिए केंद्र ने मार्च में राज्यों को टीकाकरण अभियान जल्दी से पूरा करने का निर्देश दिया था। इसके अलावा उपचारात्मक कदम जैसे ज्यादा जोखिम वाले इलाकों में वेक्टर प्रबंधन, मवेशियों की साफ-सफाई व स्वच्छता का निर्देश दिया था।

Also read: टेलीकॉम ऑपरेटरों ने ई-कचरा निस्तारण नियम पर जताई आप​त्ति

केंद्र ने परामर्श में कहा, ‘अभी तक त्वचा रोग लम्पी का 100 फीसदी या स्थायी निदान ज्ञान नहीं है। टीकाकरण कर इस रोग को रोकने का प्रभावी तरीका का है। लिहाजा राज्यों और केंद्रद्रशासित प्रदेशों को सलाह दी जाती है कि वे इस रोग के प्रति संवेदनशील व योग्य मवेशी आबादी के लिए तत्काल सालाना निवारक टीकाकरण अभियान की तैयारी शुरू करें।’

इसमें कहा गया कि जैव सुरक्षा व साफ-सफाई के इंतजामों सहित टीकाकरण के लिए पंचायत, नगर निकायों और स्थानीय प्रशासन के साथ समुचित तालमेल स्थापित किया जाए। जरूरत पड़ने पर मवेशियों की आवाजाही को भी नियंत्रित किया जाए।

Also read: FMCG मैन्युफैक्चर्स को 2023-24 में बिक्री, मुनाफे में सुधार की उम्मीद, घट सकती हैं कीमतें

लम्पी मवेशियों में होने वाला वायरस संक्रमण है। इससे संक्रमित पशु को बुखार आता है, त्वचा पर गांठें पड़ जाती हैं और इससे मवेशी की मौत भी हो जाती है। देश में लम्पी का पहला मामला 2019 में ओड़ीशा में उजागर हुआ था। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बीते साल देश में 33.5 लाख मवेशी त्वचा रोग लम्पी से ग्रसित हुए थे। इनमें से 1.98 लाख मवेशियों की मौत हो गई थी जबकि करीब 31.5 लाख मवेशी इस रोग से उबर पाए थे।

First Published - May 21, 2023 | 8:28 PM IST

संबंधित पोस्ट