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धनतेरस पर सोने से अधिक चमकी चांदी

देश भर में 160 से ज्यादा स्टोर चलाने वाली सैंको गोल्ड ऐंड डायमंड्स ने भी कहा कि मात्रा के हिसाब से सोने की बिक्री कम रही।

Last Updated- October 29, 2024 | 11:10 PM IST
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सोने के ऊंचे दाम के कारण आभूषणों की बिक्री घट गई थी मगर त्योहारों के दौरान ज्वैलर अच्छी बिक्री की उम्मीद कर रहे हैं। धनतेरस पर आज दिन के समय बाजारों में ग्राहकों की आमद कम दिखी मगर शाम होते ही खरीदार उमड़ पड़े। धनतेरस को सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता है।

इंडियन बुलियन ऐंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव सुरेंद्र महेता ने कहा, ‘आज चांदी की बिक्री 33 फीसदी ज्यादा हुई जबकि मात्रा के हिसाब से सोने की बिक्री 15 फीसदी कम रही। चांदी खरीदने वाले ज्यादातर लोग इस उम्मीद से उस पर दांव लगा रहे हैं कि चांदी में सोने से बेहतर रिटर्न मिलेगा।’

मेहता के अनुसार इस साल करीब 35 टन सोने की बिक्री होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 42 टन सोने की बिक्री हुई थी। वर्तमान में सोने के दाम पिछले साल की तुलना में 30 फीसदी अधिक हैं। आभूषण निर्माताओं को उम्मीद है कि मूल्य के हिसाब से उनके कारोबार में सकारात्मक वृद्धि हुई है।

देश भर में 160 से ज्यादा स्टोर चलाने वाली सैंको गोल्ड ऐंड डायमंड्स ने भी कहा कि मात्रा के हिसाब से सोने की बिक्री कम रही।

कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी शुभंकर सेन ने कहा, ‘इस बार त्योहारों के दौरान सोने की कीमतों में तेजी से बिक्री की मात्रा 12 से 15 फीसदी कम रहने का अनुमान है। हालांकि मूल्य के लिहाज से हमारी बिक्री 10 से 12 फीसदी ज्यादा रहेगी।’

कीमतें ज्यादा होने से बिक्री पर थोड़ा असर

दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में दरीबा कलां बाजार में आम तौर पर धनतेरस के दिन देर रात तक दुकानें खुली रहती हैं मगर यहां के दुकानदारों का भी कहना है कि कीमतें ज्यादा होने से बिक्री पर थोड़ा असर पड़ा है और ग्राहक हल्के वजन वाले आभूषणों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं।

दरीबा कलां व्यापार मंडल के अध्यक्ष बसंत कुमार गुप्ता ने कहा, ‘पिछले साल की तुलना में इस बार बाजार में ग्राहकों की आमद 30 से 40 फीसदी कम है।’

रूप ज्वैलरी हाउस के निदेशक गुप्ता ने कहा, ‘ऊंचे दाम के कारण सोने की बिक्री पर असर पड़ा है। चांदी में भारी वजन वाले सामान जैसे कि बर्तन आदि की मांग भी इस साल कम है।’ इस इलाके के अन्य ज्वैलर भी इससे सहमत हैं।

चांदनी चौक इलाके में श्री आदिनाथ ज्वैलरी के मालिक ने कहा कि लोग इस बार चांदी के सिक्के खूब खरीद रहे हैं।हालांकि वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के भारत में सीईओ सचिन जैन का कहना है कि धनतेरस पर जमकर खरीदारी हुई है। उन्होंने कहा कि एक महीने पहले त्योहारी बिक्री को लेकर आशंकाएं थीं लेकिन जमीनी स्तर से हमारी रिपोर्ट
सोने के आभूषणों की अच्छी मांग रहने का संकेत देती है।

अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद के चेयरमैन सियाराम मेहरा ने कहा, ‘आज की करीब एक-तिहाई बिक्री की पहले ही बुकिंग हो चुकी थी और आभूषणों की आपूर्ति धनतेरस के दिन ली गई। छुट्टी का दिन नहीं होने की वजह से दिन में बाजारों में ग्राहकों की आमद कम रही मगर देर शाम दुकानों में खरीदारों की कतार लग गई।’

आभूषण श्रृंखला चलाने वाली अग्रणी कंपनियां ऊंची कीमतों के बावजूद बिक्री बढ़ाने के लिए विभिन्न रणनीति अपना रही हैं।

टाइटन कंपनी में ज्वैलरी सेगमेंट के सीईओ अजय चावला ने कहा, ‘ऊंचे दाम के बावजूद इस साल त्योहारी सीजन में ग्राहकों की प्रतिक्रिया उत्साहजनक रही है। दक्षिण और पूर्वी भारत में नवरात्र के समय से ही मांग देखी जा रही है जबकि पश्चिम और उत्तर भारत में धनतेरस पर बिक्री जोर पकड़ी है।’

उन्होंने कहा कि कंपनी ने इस साल त्योहारी सीजन के लिए 2,000 से अधिक नए डिजाइन के आभूषण उतारे हैं। चावला ने कहा, ‘इस बार धनतेरस पर खरीदारी का मुहूर्त दो दिन (29 और 30 अक्टूबर) है। हम सभी ग्राहक वर्गों और बाजारों में अच्छी बिक्री की उम्मीद कर रहे हैं।’

कल्याण ज्वैलर्स ने कहा कि इस धनतेरस में ग्राहकों की आमद अच्छी रही। ग्राहक पारंपरिक के साथ ही आधुनिक डिजाइन वाले आभूषणों को खरीद रहे हैं। कल्याण ज्वैलर्स के कार्यकारी निदेशक रमेश कल्याणरामन ने कहा, ‘पारंपरिक खरीदार शगुन वाले सिक्के पसंद कर रहे हैं जबकि युवा खरीदारों को हल्के वजन वाले या 18 कैरट के आभूषण भा रहे हैं। शादी-विवाह का सीजन भी शुरू हो रहा है, ऐसे में आगे आभूषणों की बिक्री और बढ़ने की उम्मीद है।’

डिजिटल सोना एवं चादी बेचने वाले प्लेटफॉर्म डिजि गोल्ड ने कहा कि खरीदारों को एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) की सुविधा देने से भी ग्राहकों की दिलचस्पी बढ़ी है।

आम्रपाली गुजरात के निदेशक चिराग थल्लार ने कहा कि धनतेरस के दिन हमारे प्लेटफॉर्म पर डिजिटल चांदी की अच्छी मांग दिखी। कंपनी अभी केवल डिजिटल चांदी ही बेचती है। उन्होंने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस बार बिक्री करीब 40 फीसदी अधिक रही। प्रयोगशालाओं में बने हीरे या सिंथेटिक डायमंड की भी अच्छी मांग देखी गई।

बेंगलूरु के आभूषण स्टोर औकेरा की सीईओ लिसा मुखेड़कर ने कहा, ‘प्रयोगशालाओं में तैयार हीरे से बने आभूषणों की भी अच्छी खरीदारी देखी गई।’

First Published - October 29, 2024 | 11:06 PM IST

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