बांग्लादेश में आम चुनाव का बहिष्कार कर रहे प्रमुख विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने उन्हें रद्द कर देश में नए सिरे से चुनाव कराए जाने की मांग की है। बीएनपी ने रविवार को हुए चुनाव के दौरान मतदान के प्रतिशत को लेकर सवाल खड़े करते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना से इस्तीफे की मांग की।
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने अपनी मांगों के लिए जनता का समर्थन जुटाने के वास्ते मंगलवार और बुधवार को दो दिवसीय जन संपर्क कार्यक्रम की घोषणा की है।
बीएनपी ने एक वैध और जवाबदेह सरकार स्थापित करने के लिए एक गैर-दलीय सरकार के तहत नए सिरे से चुनाव की अपनी मांग भी दोहराई।
बांग्लादेश में रविवार को हुए आम चुनाव में निवर्तमान प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी ने 300 सदस्यीय संसद में 223 सीटें जीतीं। एक उम्मीदवार के निधन के कारण 299 सीट पर चुनाव हुये थे। इस सीट पर मतदान बाद में होगा।
संसद में मुख्य विपक्षी दल जातीय पार्टी को 11, बांग्लादेश कल्याण पार्टी को एक और निर्दलीय उम्मीदवारों ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की। जातीय समाजतांत्रिक दल और ‘वर्कर्स पार्टी ऑफ बांग्लादेश’ ने एक-एक सीट जीतीं।
अवामी लीग पार्टी की प्रमुख हसीना (76) ने गोपालगंज-तृतीय सीट पर भारी मतों के अंतर से जीत हासिल की। संसद सदस्य के रूप में यह उनका आठवां कार्यकाल है। बांग्लादेश के निर्वाचन आयोग ने सोमवार को कहा कि देश में 41.8 प्रतिशत मतदान हुआ था।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त काजी हबीबुल अवल ने अपने कार्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अंतिम गणना के अनुसार, यह आंकड़ा 41.8 प्रतिशत है। यदि किसी को इस संख्या पर संदेह है तो इसे चुनौती देने के लिए आपका स्वागत है।’’ बीएनपी ने चुनाव का बहिष्कार करते हुए रविवार को हड़ताल की थी।