राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी कृत्रिम मेधा (एआई) सुरक्षा केंद्र शुरू करने जा रही है। अमेरिकी रक्षा एवं खुफिया प्रणालियों में एआई क्षमताओं को तेजी से हासिल, विकसित और एकीकृत किया जा रहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के निवर्तमान निदेशक ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
सेना के जनरल पॉल नाकासोन ने कहा कि एआई सुरक्षा केंद्र को एनएसए के साइबर सुरक्षा सहयोग केंद्र में शामिल किया जाएगा, जहां यह चीन और रूस के खतरों के खिलाफ अमेरिकी रक्षा-औद्योगिक आधार को मजबूत करने के लिए निजी उद्योग और अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ काम करता है।
बीजिंग के खतरे पर जोर
नाकासोन ने नेशनल प्रेस क्लब में विशेष रूप से बीजिंग से खतरे पर जोर देते हुए कहा, ‘‘हम आज अमेरिका में एआई में बढ़त बनाए हुए हैं। उस एआई लाभ को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका ने रूस या चीन को 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश करने के लिए डीपफेक जैसी जेनरेटिव एआई प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते पाया है, इस पर नाकासोन ने कहा, ‘‘हमने अब तक ऐसा नहीं देखा है।’’
दुनियाभर के चुनावों पर नजर
उन्होंने कहा कि इससे (अमेरिकी चुनाव से) पहले दुनिया भर में कई चुनाव होंगे और कहा कि अमेरिका ऐसे किसी भी प्रयास को रोकने में भागीदारों और सहयोगियों के साथ काम करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘एआई हमारी मदद करता है, लेकिन निर्णय इंसानों द्वारा किए जाते हैं। यह एक महत्वपूर्ण अंतर है।’’ नाकासोन ने कहा, ‘‘हम कृत्रिम मेधा से मदद ले सकते हैं। लेकिन अंत में निर्णय हम इंसानों द्वारा ही लिए जाएंगे।’’