इराक की सरकार ने देश में समलैंगिकता के इस्तेमाल पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है। इराक के आधिकारिक मीडिया रेगुलेटर ने सभी मीडिया और सोशल मीडिया कंपनियों को “समलैंगिकता”(homosexuality) शब्द का उपयोग नहीं करने का निर्देश दिया है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अरब देश ने ‘समलैंगिकता’ शब्द के इस्तेमाल पर बैन लगाते हुए इसे ‘यौन विचलन’ (sexual deviance) से बदलने के लिए कहा है।
जेंडर” शब्द के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध
इराक की संचार और मीडिया आयोग (सीएमसी) ने कहा कि “जेंडर” शब्द के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
संचार और मीडिया आयोग ने बयान में कहा, रेगुलेटर मीडिया संगठनों को निर्देश देता है कि ‘समलैंगिकता’ शब्द का उपयोग न करें और इसकी जगह सही शब्द ‘यौन विचलन’ का इस्तेमाल करें।
नियमों का उल्लंघन करने पर लग सकता है जुर्माना
इस मामले को लेकर एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माना अभी तय नहीं किया गया है, लेकिन इसमें जुर्माना भी शामिल हो सकता है।
इराक स्पष्ट रूप से समलैंगिक यौन संबंध को अपराध नहीं मानता है। हालांकि ईराक ने अपने दंड संहिता में नैतिकता खंड का उपयोग एलजीबीटी समुदाय के सदस्यों को लक्षित करने के लिए किया गया है।
इराक की मुख्य पार्टियों ने पिछले दो महीनों में LGBTQ लोगों के अधिकारों की आलोचना तेज कर दी है। इससे पहले स्वीडन और डेनमार्क में कुरान जलाने के विरोध में शिया मुस्लिम गुटों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान LGBTQ को दर्शाने वाले रेनबो झंडों को भी फूंक दिया था।
हाल में कुवैत ने एक ट्रांसजेंडर अभिनेता की हॉरर फिल्म पर भी लगा दिया था बैन
हाल ही में कुवैत ने एक ट्रांसजेंडर अभिनेता की हॉरर फिल्म पर भी प्रतिबंध लगा दिया। ‘टॉक टू मी’ (Talk to Me) नाम की यह फिल्म यूएई और सऊदी अरब के सिनेमाघरों में दिखाई जा रही है लेकिन इसके किसी भी दृश्य में LGBTQ का कोई स्पष्ट संदर्भ नहीं है।