अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पाकिस्तान की नई सरकार देश की ‘‘बेहद गहरी संरचनात्मक समस्याओं’’ को गंभीरता से हल करेगी और नकदी संकट से जूझ रहे देश को उसकी क्षमताओं तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा अपने विश्व आर्थिक ‘आउटलुक’ में चालू वित्त वर्ष के लिए पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि का अनुमान घटाकर दो प्रतिशत करने के बाद उन्होंने यह बयान दिया। अक्टूबर में पाकिस्तान का वृद्धि अनुमान 2.5 प्रतिशत था। आर्थिक संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान में आठ फरवरी को आम चुनाव होने वाले हैं। वर्तमान में एक कार्यवाहक सरकार नकदी संकट से जूझ रहे देश की बागडोर संभाले है।
जॉर्जीवा ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘ हम ऐसी सरकार से उम्मीद करते हैं जो पाकिस्तान की बहुत गहरी संरचनात्मक समस्याओं को गंभीरता से हल करेगी।’’ उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हम इस कार्यवाहक सरकार के साथ समस्या देखते हैं। हालांकि उन्होंने सही दिशा में आगे बढ़ने का अच्छा काम किया है, लेकिन निश्चित तौर पर पाकिस्तान की समस्याएं हल नहीं हुई हैं। इसलिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उन देशों के बारे में बात की जहां GDP (सकल घरेलू उत्पाद) के मुकाबले बहुत कम कर हैं। पाकिस्तान उनमें से एक है। अमीर लोगों को समाज के प्रति अपना कर्तव्य नहीं निभाने देने से पाकिस्तान में समृद्धि नहीं आएगी।’’
जॉर्जीवा ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हम एक ऐसी सरकार देखना चाहेंगे जो पाकिस्तान को अपनी क्षमताओं तक पहुंचने के लिए जो भी आवश्यक है वह करने को तैयार हो। जैसा कि आप जानते हैं, यह एक ऐसा देश है जो आर्थिक दृष्टि से बहुत बेहतर कर सकता है। हम उस आकांक्षा को सरकारी नीति में तब्दील होते नहीं देख रहे हैं।’’