इजराइल की रविवार की सुबह उस सदमे के साथ शुरू हुई जिसका किसी ने अंदाजा भी नहीं लगाया था। जब इजराइल आज यानी 8 अक्टूबर की सुबह उठा को हमास चरमपंथियों ने इजराइल के करीब 100 लोगों को मार दिया था और कई अन्य को बंधक बना लिया गया। ऐसे में जिस बात का डर था आखिर में वही हुआ। क्योंकि इजराइल ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह लड़ाकों के ठिकानों पर हमला किया था, इसलिए इजराइल और हमास के बीच युद्ध छिड़ गया।
इजरायली हवाई हमलों ने रात भर गाजा को तबाह किया, जिसमें 300 से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो गई। इन हमलों ने इमारतों, सुरंगों और हमास के अधिकारियों के घरों को नष्ट कर दिया गया। बता दें कि इजराइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को कहा था कि इस युद्ध का परिणाम गाजा के लिए काफी बुरा होगा।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हिजबुल्लाह द्वारा विवादित शीबा फार्म्स में तीन इजरायली सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के बाद इजरायल ने रविवार को दक्षिणी लेबनान में तोपखाने की बमबारी की। हालांकि, हताहतों की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं थी।
शनिवार को, इजरायली शहरों पर फलस्तीनी बंदूकधारियों द्वारा किए गए वर्षों के सबसे गंभीर हमले में कम से कम 250 इजरायली मारे गए, साथ ही इजरायल की जवाबी बमबारी में 230 अन्य गाजा के लोग भी मारे गए।
ईरान द्वारा समर्थित एक पावरफुल हथियारों वाली पार्टी हिजबुल्लाह ने कहा कि उसने फलस्तीनी लोगों के साथ ‘एकजुटता दिखाते हुए’ शीबा फार्म्स में तीन चौकियों पर रॉकेट और तोपखाने लॉन्च किए थे।
इजरायली सेना ने रविवार को कहा कि उसने लेबनान के उस क्षेत्र में तोपखाने से गोलीबारी की क्योंकि सीमा पार उसी जगह से मोर्टार दागे गए थे।
इसमें कहा गया, ‘IDF (इज़राइल रक्षा बल) तोपखाने वर्तमान में लेबनान के उस क्षेत्र पर हमला कर रहे हैं जहां से गोलीबारी की गई थी।’
इजराइल की सेना ने कहा कि उसके एक ड्रोन ने शेबा के एक एरिया, हर डोव (Har Dov) के इलाके में हिजबुल्लाह पोस्ट पर हमला किया।
IDF के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने टेलीविजन पर दी गई टिप्पणी में कहा, ‘इस समय, हर डोव या उत्तरी क्षेत्र में कोई और खतरा नहीं है।’ उन्होंने कहा कि सेना हाई अलर्ट पर है।
इजराइली सेना ने बताया कि उसने उन इलाकों में गोलाबारी की, जहां लेबनानी सीमा की ओर से हमले किए गए थे। इजराइल ने 1967 के पश्चिम एशिया युद्ध के दौरान सीरिया से शीबा फार्म्स का नियंत्रण छीन लिया था, लेकिन लेबनान इस इलाके पर तथा नजदीकी फार चौबा पर्वतीय क्षेत्र पर अपना दावा जताता है। इजराइल ने 1981 में गोलन हाइट्स पर कब्जा जमाया था।
इजराइल ने 1967 से 15-स्क्वॉयर-मील (39-स्क्वॉयर-किमी) जमीन के टुकड़े शेबा फार्म्स पर कब्जा कर रखा है। सीरिया और लेबनान दोनों का दावा है कि शेबा फार्म्स लेबनान का है।
दक्षिणी लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन ने कहा कि उसने ‘दक्षिण-पूर्वी लेबनान से इजरायल के कब्जे वाले क्षेत्र की ओर दागे गए कई रॉकेटों का पता लगाया है’ साथ ही जवाब में इजरायल की ओर से लेबनान में तोपखाने की गोलीबारी का भी पता चला है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन को UNIFIL के नाम से जाना जाता है।
प्रवक्ता एंड्रिया टेनेंटी ने कहा, ‘हम स्थिति को नियंत्रित करने और अधिक गंभीर स्थिति से बचने के लिए ब्लू लाइन के दोनों ओर के अधिकारियों के साथ सभी स्तरों पर संपर्क में हैं।’
ब्लू लाइन लेबनान और इजराइल के बीच की सीमा बांटने वाली डिमार्केशन लाइन है, जो यह दिखाती है कि 2000 में जब इजराइली सेनाएं दक्षिण लेबनान से बाहर निकली थीं तो वे कहां से हट गईं थीं।
शनिवार को, UNIFIL ने कहा कि उसने इजराइल और गाजा के बीच हुई इस घटना के बाद दक्षिणी लेबनान में अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है, जिसमें रॉकेट लॉन्च का मुकाबला करने के लिए उसके ऑपरेशन भी शामिल हैं।