facebookmetapixel
रेट कट का असर! बैंकिंग, ऑटो और रियल एस्टेट शेयरों में ताबड़तोड़ खरीदारीTest Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासा

मस्क ने अमेरिका का बढ़ता कर्ज बताया वित्तीय आपातकाल: क्या है $36 ट्रिलियन कर्ज संकट की वजह?

अमेरिका का कर्ज फिलहाल 35.7 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है और लगातार बढ़ रहा है।

Last Updated- October 29, 2024 | 5:38 PM IST
Elon Musk

हाल ही में एक चुनावी रैली के दौरान, टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क ने अमेरिका के बढ़ते कर्ज पर चिंता जताई। मस्क ने X (पहले ट्विटर) पर लिखा, “कर्ज पर ब्याज का भुगतान ही अब संघीय कर राजस्व का 23 प्रतिशत है,” और बताया कि सिर्फ ब्याज का भुगतान अब रक्षा विभाग के 1 ट्रिलियन डॉलर के बजट से भी ज्यादा हो गया है। उन्होंने इसे “वित्तीय आपातकाल” कहा और अपनी बात को X पर दोहराया।

अमेरिका का कर्ज फिलहाल 35.7 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है और लगातार बढ़ रहा है। अनुमान है कि साल के अंत तक यह 36 ट्रिलियन डॉलर तक हो सकता है। बैंक ऑफ अमेरिका के विश्लेषकों का कहना है कि मौजूदा हालात में हर 100 दिन में कर्ज 1 ट्रिलियन डॉलर बढ़ सकता है।

कोविड-19 का असर

अमेरिका के कर्ज में बढ़ोतरी का सीधा संबंध कोविड-19 महामारी के दौरान लागू किए गए बड़े आर्थिक प्रोत्साहन उपायों से है, जिनका उद्देश्य लॉकडाउन के बीच अर्थव्यवस्था को सहारा देना था। इन योजनाओं ने तत्काल आर्थिक चुनौतियों को कम किया, लेकिन इसके साथ ही महंगाई का दबाव भी बढ़ा, जिससे फेडरल रिजर्व को ब्याज दरों में भारी वृद्धि करनी पड़ी।

इससे लगातार वित्तीय समस्याएं पैदा हुईं, जिन्हें कुछ विश्लेषक ‘दुस्वप्न जैसी स्थिति’ कह रहे हैं, क्योंकि फेडरल रिजर्व को महंगाई नियंत्रण के साथ-साथ बढ़ते कर्ज की लागत से भी जूझना पड़ रहा है।

निवेशक कर रहे हैं वैकल्पिक संपत्तियों की ओर रुख

जैसे-जैसे कर्ज और महंगाई बढ़ रही है, निवेशकों का झुकाव वैकल्पिक संपत्तियों जैसे बिटकॉइन और सोने की ओर बढ़ रहा है। हाल ही में बिटकॉइन का मूल्य 70,000 डॉलर के पिछले उच्च स्तर तक पहुंच गया है और सोने की कीमतें भी तेजी से बढ़ी हैं, क्योंकि निवेशक मस्क और अन्य विशेषज्ञों द्वारा बताई जा रही संभावित वित्तीय संकट से बचाव की कोशिश कर रहे हैं।

एलन मस्क के नेतृत्व में, टेस्ला ने बिटकॉइन में महत्वपूर्ण निवेश किया है, जिसमें लगभग 10,000 बिटकॉइन शामिल हैं, जिनकी कीमत लगभग 800 मिलियन डॉलर है। हाल ही में टेस्ला द्वारा अपने बिटकॉइन होल्डिंग्स को नए वॉलेट्स में ट्रांसफर करने के फैसले ने बाजार में अटकलों को हवा दी है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी आर्थिक अस्थिरता के चलते अपनी संपत्ति का एक हिस्सा बेचने की योजना बना सकती है।

बिटकॉइन, जिसे अक्सर ‘डिजिटल गोल्ड’ कहा जाता है, बढ़ती महंगाई और कर्ज की चिंताओं से परेशान निवेशकों के बीच लोकप्रिय हो रहा है। मस्क का बिटकॉइन को समर्थन और टेस्ला का बड़ा निवेश यह दर्शाता है कि प्रमुख निवेशक मौजूदा आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच पारंपरिक संपत्तियों के बजाय वैकल्पिक विकल्पों की तलाश कर रहे हैं।

विश्लेषकों का मानना है कि बढ़ते राष्ट्रीय कर्ज और चालू घाटे के अनुमानों के साथ, अमेरिका की वार्षिक कर्ज वृद्धि 500 से 600 अरब डॉलर तक हो सकती है।

First Published - October 29, 2024 | 5:38 PM IST

संबंधित पोस्ट