यूक्रेन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रूस के उन आरोपों का खंडन किया है जिसमें यह कहा गया है कि उनके देश की सेना ने यूरोप के इस सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर विस्फोटक ड्रोन से हमला किया है। रूस ने 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन पर हमला कर दिया था। इस हमले के तुरंत बाद रूस ने दक्षिण यूक्रेन में स्थित इस परमाणु संयंत्र पर कब्जा कर लिया था और उसका संचालन अपने हाथ में ले लिया था।
रूस ने रविवार को दावा किया था कि दक्षिण यूक्रेन में स्थित एवं दो साल से उसके नियंत्रण में संचालित जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर यूक्रेन की सेना ने ड्रोन से हमला किया है। यूक्रेन की सेना की खुफिया एजेंसी के प्रवक्ता एंद्री युसोव ने दावा किया कि हमले के कोई संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि रूस की सेना नियमित आधार पर जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हमले की फर्जी खबर प्रसारित करती रहती है।
हालांकि, संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानीकर्ता एजेंसी ने हमले की पुष्टि की है लेकिन उसने यह नहीं स्पष्ट किया कि हमला किसने किया है । यूक्रेन पर फरवरी 2022 में किए गए रूसी हमले के बाद से यह संयंत्र बार-बार दोनों पक्षों के हमलों का शिकार रहा है। युद्ध के तुरंत बाद रूस ने इस पर नियंत्रण स्थापित कर लिया।
संयुक्त राष्ट्र की निकाय अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी बार-बार संयंत्र से संभावित परमाणु आपदा आने को लेकर आगाह कर रहा है। संयंत्र के छह रिएक्टर महीनों से बंद हैं, लेकिन महत्वपूर्ण शीतलन प्रणाली एवं अन्य सुरक्षा सुविधाओं को संचालित करने के लिए इसे अब भी बिजली और प्रशिक्षित कर्मचारियों की आवश्यकता है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने रविवार को पुष्टि की छह में से एक रिएक्टर पर ड्रोन से हमला किया गया लेकिन इसमें कोई हताहत नहीं हुआ।